गुज़रे ज़माने के इस स्टार को बांग्ला नहीं मराठी सिनेमा पर है नाज़
इस मौके पर बिस्वजीत ने बताया कि सत्यजीत रे के निधन के बाद बांग्ला सिनेमा का बुरा हाल हुआ है। अब बांग्ला में ज़्यादातर फिल्में साउथ की फिल्मों की कॉपी होती हैं।
By Manoj KhadilkarEdited By: Updated: Mon, 20 Feb 2017 05:14 PM (IST)
मुंबई। अपने ज़माने के मशहूर अभिनेता और बांग्ला फिल्मों के सुपरस्टार बिस्वजीत चटर्जी ने मराठी सिनेमा को बेहतरीन बताते हुए आज की बांग्ला फिल्मों की आलोचना की और उन्हें साऊथ की फिल्मों की कॉपी बताया है।
नागपुर में एक कार्यक्रम में आये बिस्वजीत ने अपने को प्राउड महाराष्ट्रीयन बताते हुए कहा कि सैराट ने उन्हें मराठी संस्कृति को और बेहतर तरीके से समझने में मदद की है। उन्होंने कहा कि मराठी फिल्में बांग्ला फिल्मों से कहीं ज्यादा अच्छी हैं। उन्होंने कहा कि मराठी फिल्मों को सलाम है। कौन कह सकता था कि एक साधारण सी स्क्रिप्ट के साथ भी 100 करोड़ कलेक्शन वाली फिल्म बनाई जा सकती है लेकिन सैराट ने ये कर दिखाया। बिस्वजीत ने कहा कि अगर उन्हें मौक़ा मिला तो वो मराठी फिल्मों में जरूर काम करना चाहेंगे। हिंदी की बेहतरीन फिल्म बीस साल बाद में काम कर चुके बिस्वजीत ने नाना पाटेकर की नटसम्राट देखी है और नाना का परफॉर्मेंस उनके दिल को छू गया।संकटमोचन हनुमान मंदिर में इस कमांडो की हुई बंदर ट्रेनिंग
इस मौके पर बिस्वजीत ने बताया कि सत्यजीत रे के निधन के बाद बांग्ला सिनेमा का बुरा हाल हुआ है। अब बांग्ला में ज़्यादातर फिल्में साउथ की फिल्मों की कॉपी होती हैं। स्क्रिप्ट का वास्तविकता से दूर दूर तक वास्ता ही नहीं होता। उन्होंने इस मौके पर ' आंधी ' फेम सुचित्रा सेन को याद करते हुए कहा कि वो उन्हें मिस करते हैं। सुचित्रा बांग्ला सिनेमा का चेहरा थीं।