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बिका हुआ है फिल्म सेंसर बोर्ड: धूलिया

प्रख्यात फिल्म निर्देशक तिग्मांशु धूलिया ने कहा है कि सेंसर बोर्ड बिका हुआ है। बड़े डायरेक्टरों की फिल्मों को पास कर दिया जाता है, जबकि उनके जैसे निर्देशकों की फिल्मों को 'ए' सर्टिफिकेट दे दिया जाता है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के केनेडी हॉल में आयोजित सातवें अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह फिल्मसाज के समापन समारोह में

By Edited By: Updated: Thu, 13 Mar 2014 06:03 PM (IST)
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लखनऊ। प्रख्यात फिल्म निर्देशक तिग्मांशु धूलिया ने कहा है कि सेंसर बोर्ड बिका हुआ है। बड़े डायरेक्टरों की फिल्मों को पास कर दिया जाता है, जबकि उनके जैसे निर्देशकों की फिल्मों को 'ए' सर्टिफिकेट दे दिया जाता है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के केनेडी हॉल में आयोजित सातवें अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह फिल्मसाज के समापन समारोह में धूलिया मुख्य अतिथि थे।

धूलिया ने कहा कि बीते कुछ वर्षो में भारतीय सिनेमा में भी बदलाव आया है। आज लीक से हट कर रोजमर्रा की घटनाओं पर फिल्में बनाई जा रही हैं। भारतीय सिनेमा जगत में बड़ी-बड़ी प्रतिभाएं मौजूद हैं, जिनका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई मुकाबला नहीं है। एक छात्र के सवाल पर उन्होंने सेंसर बोर्ड की कार्यशैली की निंदा की। कुछ फिल्मों के डायलाग भी सुनाए और खूब तालियां बटोरीं। कार्यक्रम में सह कुलपति एस अहमद अली, जीईसी समन्वयक डॉ. एफएस शीरानी, एस आबिद हसन ने विचार रखे। फिल्म क्लब के सचिव आमिर खान ने रिपोर्ट पेश की और बताया कि महोत्सव में 150 एंट्रीज मिलीं हैं।

मैग्जीन की देन थी पान सिंह तोमर

मीडिया से बातचीत में धूलिया ने कहा कि पान सिंह तोमर फिल्म एक मैग्जीन की स्टोरी पर आधारित थी। पहले इस फिल्म में पैसा लगाने को कोई तैयार नहीं था। उन्होंने बताया कि बहुत जल्द उनकी नई फिल्म आने वाली है। राजनीति पर उन्होंने कहा कि मोदी को वोट न करें हालांकि कारण नहीं बता सके।

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