नवाज़ुद्दीन की इस फिल्म में 48 कट्स, सेंसर के रवैये से फिल्मवाले गुस्से में
बुधवार को मुंबई में इंडियन फिल्मस एंड टीवी डायरेक्टर्स एसोसिएशन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है, जिसमें वो सारी बातों का ख़ुलासा करेंगे।
By Manoj KhadilkarEdited By: Updated: Tue, 01 Aug 2017 05:55 PM (IST)
मुंबई। सेंसर बोर्ड के प्रमुख पहलाज निहलानी एक बार फिर विवादों में हैं। ताज़ा मामला नवाजुद्दीन सिद्दीकी स्टारर फिल्म बाबूमोशाय बन्दूकबाज़ को लेकर है, जिसमें भारी कांटछांट के बाद उसे पास करने का आदेश दिया गया है।
बताया जाता है कि कुशान नंदी डायरेक्टेड इस फिल्म को सेंसर के पास सर्टिफिकेट के लिए भेजा गया था लेकिन सेंसर ने फिल्म में 48 कट्स लगाने की बात कही। इस फिल्म के निर्माता किरण श्याम श्रॉफ और अश्मित कुंदर हैं। आरोप है कि सेंसर ने न सिर्फ इस फिल्म के निर्माताओं को 48 कट्स लगाने को कहा बल्कि स्क्रीनिंग कमिटी के मेम्बर्स ने फिल्म के विषय और कपड़ों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी भी की। बॉलीवुड में इस बात की जानकारी मिलने के बाद नाराज़गी है और बुधवार को मुंबई में इंडियन फिल्मस एंड टीवी डायरेक्टर्स एसोसिएशन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है, जिसमें वो सारी बातों का ख़ुलासा करेंगे। गौरतलब है कि फिल्म बाबूमोशाय बन्दूकबाज़ का ट्रेलर आने के बाद से ही इस फिल्म के बोल्ड सीन्स को लेकर काफी हो हल्ला हुआ है। फिल्म में नवाज़ का किरदार एक सड़क छाप गुंडे का है और उनके फिल्म की को-एक्ट्रेस बिदिता बेग के साथ कुछ बेहद इंटिमेट सीन्स हैं।यह भी पढ़ें:बिग बॉस 11 में प्रियंका चोपड़ा, तस्वीरें देखिये सब समझ जाएंगे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बाबूमोशाय बन्दूकबाज़ को इतने कट्स दिए जाने को लेकर सेंसर के प्रमुख पहलाज निहलानी का सिर्फ इतना ही कहना रहा कि वो अपना काम कर रहे हैं। हाल के दिनों में फिल्म हैरी मेट सेजल के 'इंटरकोर्स' डायलॉग से लेकर लिपस्टिक अंडर माई बुर्का और अमर्त्य सेन की डाक्यूमेंट्री तक सेंसर लगातार विवादों में बना हुआ है।