FTII छात्रों के समर्थन में 12 फिल्मकारों ने लौटाए पुरस्कार
भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफटीआइआइ) के छात्रों की 139 दिन पुरानी हड़ताल खत्म हो गई है। गजेंद्र चौहान को संस्थान का अध्यक्ष बनाने के विरोध में 12 जून से पढ़ाई का बहिष्कार कर रहे छात्रों ने बुधवार को कक्षा में लौटने का फैसला किया।
By Test3 Test3Edited By: Updated: Thu, 29 Oct 2015 09:31 AM (IST)
पुणे। भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफटीआइआइ) के छात्रों की 139 दिन पुरानी हड़ताल खत्म हो गई है। गजेंद्र चौहान को संस्थान का अध्यक्ष बनाने के विरोध में 12 जून से पढ़ाई का बहिष्कार कर रहे छात्रों ने बुधवार को कक्षा में लौटने का फैसला किया। हालांकि छात्रों ने कहा कि चौहान के खिलाफ शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से उनका आंदोलन जारी रहेगा, क्योंकि वे अध्यक्ष पद के योग्य नहीं हैं।
यह भी पढ़ें : एफटीआईआई छात्रों की हड़ताल खत्म, जारी रहेगा गजेन्द्र के खिलाफ प्रदर्शन छात्रों के प्रति समर्थन जताने के लिए 12 मशहूर फिल्म निर्माताओं ने अपने राष्ट्रीय पुरस्कार लौटा दिए हैं। एफटीआइआइ छात्र संघ के प्रतिनिधि विकास उर्स ने बताया कि हमने छात्रों का व्यापक हित देखते हुए कक्षा में लौटने का फैसला किया है। लेकिन हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हम इस लड़ाई को आगे ले जाएंगे। इस बीच, देश के कई मशहूर फिल्म निर्माता एफटीआइआइ छात्रों के समर्थन में खुलकर आ गए हैं।
मुंबई में 10 फिल्मकारों ने छात्रों के प्रति सरकार की उदासीनता और देश में बढ़ती असहिष्णुता का विरोध करते हुए राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाने की घोषणा कर दी। इन फिल्मकारों में आनंद पटवर्धन, दिबाकर बनर्जी, परेश कामदार, निष्ठा जैन, कीर्ति नखवा, हर्षवर्धन कुलकर्णी, हरि नायर, राकेश शर्मा, इंद्रनील लाहिड़ी और लिपिका सिंह दराई शामिल हैं।
मुंबई में 10 फिल्मकारों ने छात्रों के प्रति सरकार की उदासीनता और देश में बढ़ती असहिष्णुता का विरोध करते हुए राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाने की घोषणा कर दी। इन फिल्मकारों में आनंद पटवर्धन, दिबाकर बनर्जी, परेश कामदार, निष्ठा जैन, कीर्ति नखवा, हर्षवर्धन कुलकर्णी, हरि नायर, राकेश शर्मा, इंद्रनील लाहिड़ी और लिपिका सिंह दराई शामिल हैं।
यह भी पढ़ें : नियुक्ति के बाद एक बार भी एफटीआई नहीं गए गजेन्द्र चौहान राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को लिखने अपने पत्र में इन फिल्म निर्माताओं ने कहा है कि वे पूरी तरह से छात्रों के साथ हैं और इनके आंदोलन का समर्थन करते हैं। इसके अलावा एफटीआइआइ के तीन पूर्व छात्रों ने भी आंदोलन कर रहे छात्रों के समर्थन में राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाने का फैसला किया है। छात्रों द्वारा हड़ताल खत्म करने की घोषणा के कुछ ही देर बाद महाराष्ट्र के विक्रांत पवार, उत्तर प्रदेश के राकेश शुक्ल व गोवा के प्रतीक वत्स ने राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाने का एलान कर दिया।
हड़ताल खत्म करने का स्वागत
सूचना-प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर और एफटीआइआइ अध्यक्ष गजेंद्र चौहान ने हड़ताल खत्म करने के छात्रों के फैसले का स्वागत किया है। चौहान ने कहा कि मुझे अपनी जिम्मेदारी का भलीभांति अहसास है। सही फैसला लेने के लिए मैं छात्रों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। हड़ताल के चलते पढ़ाई को जो नुकसान हुआ है, उसे भी पूरा किया जाएगा।
सूचना-प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर और एफटीआइआइ अध्यक्ष गजेंद्र चौहान ने हड़ताल खत्म करने के छात्रों के फैसले का स्वागत किया है। चौहान ने कहा कि मुझे अपनी जिम्मेदारी का भलीभांति अहसास है। सही फैसला लेने के लिए मैं छात्रों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। हड़ताल के चलते पढ़ाई को जो नुकसान हुआ है, उसे भी पूरा किया जाएगा।