पद्मावती के समर्थन में उतरे बॉलीवुड वाले, कहा भंसाली ग़ैर ज़िम्मेदार नहीं
भंसाली की पद्मावती एक दिसंबर को रिलीज़ होगी लेकिन राजपूत करणी सेना सहित कई संगठन फिल्म में रानी पद्मिनी का गलत चित्रण दिखाये जाने के विरोध में आंदोलन पर उतर आये हैं।
By Manoj KhadilkarEdited By: Updated: Tue, 14 Nov 2017 12:40 PM (IST)
मुंबई। फिल्म और टीवी से जुड़े निर्माता , निर्देशक और कलाकारों ने देश भर में संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को लेकर हो रहे विरोध के ख़िलाफ मोर्चा खोल दिया है। इंडस्ट्री से जुड़े पांच संगठनों के एक मंच पर आ कर फिल्म को लेकर किये जा रहे बवाल पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन ( आईएफ टी डी ए ), सिने एंड टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन, वेस्टर्न इंडिया सिनेमाग्राफर्स, स्क्रीन्स राइटर्स एसोसिएशन और एसोसिएशन ऑफ़ सिने एंड टेलीविजन आर्ट डायरेक्टर्स एंड कॉस्ट्यूम्स डिजाइनर्स ने मुंबई में एकजुटता दिखाते हुए फिल्म को विरोध, पद्मावती टीम की सरासर प्रताड़ना है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति और इतिहास के नाम पर झंडा उठाने वाले लोग संजय लीला भंसाली की रचनात्मकता और अभिव्यक्ति की आज़ादी का सम्मान नहीं कर रहे हैं। बिना फिल्म को देखे फिल्म की रिलीज़ को रोका जाना गलत है और इसकी कड़े शब्दों में निंदा की जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे पहले भी इस तरह के लोग फिल्मकारों को धमकाते रहे हैं और फिल्म का विरोध न करने के एवज में उनसे पैसे ऐंठते रहे हैं। भंसाली पर बॉलीवुड को गर्व है और हम आज़ादी का दुरूपयोग नहीं होने देंगे। इस दौरान फिल्मकार सुधीर मिश्रा, सुशांत सिंह , विक्रम गोखले, राहुल रवैल , कुशाण नंदी , बी पी सिंह सहित कई लोग मौजूद थे। अशोक पंडित ने कहा ये सिर्फ भंसाली नहीं पूरी एंटरटेन्मेंट बिरादरी पर हमला है। संजय का समर्थन एक प्रतीक है, हम हर फिल्म जिसका विरोध होगा, उसके पक्ष के खड़े रहेंगे।यह भी पढ़ें: भंसाली हुए राज़ी, रिलीज़ से पहले दिखाएंगे पद्मावती
बता दें कि भंसाली की पद्मावती एक दिसंबर को रिलीज़ होगी लेकिन राजपूत करणी सेना सहित कई संगठन फिल्म में रानी पद्मिनी का गलत चित्रण दिखाये जाने के विरोध में आंदोलन पर उतर आये हैं और फिल्म को रिलीज़ न होने देने की धमकी दी है।