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एक याद: ओम पुरी की अदाकारी से जब 'गुलज़ार' हुआ हर 'किरदार'!

वह किरदार के एक सीन को याद करते हुए कहते हैं कि सीन में प्याज तोड़ना था। ओम पुरी ने उसे पंजाबी अंदाज में पलंग के पाये पर रख कर तोड़ा था।

By मनोज वशिष्ठEdited By: Updated: Fri, 06 Jan 2017 11:52 AM (IST)
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अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। ओम पुरी ने जिस दौर में अपने अभिनय की पारी शुरु की, उस वक्त राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर के हीरोइज़्म का दौर था, लेकिन इसके बावजूद एक साधारण से चेहरे के साथ वो आये और अपनी अदाकारी के दम पर छा गए।

ओम खुशनसीब रहे कि उन्हें गुलजार जैसे निर्देशकों का साथ मिला, जिन्हें अपने किरदारों के लिए हीरो नहीं, बल्कि अभिनेता चाहिए थे। कुछ इस तरह गुलजार साहब और ओम पुरी का कनेक्शन जुड़ा. उस दौर में गुलजार की इच्छा थी कि वे एक ऐसे सीरीज़ का निर्माण करें, जो कि चरित्र प्रधान किरदार हों। इसी सीरीज़ का नाम उन्होंने किरदार रखा था। खुद ओम पुरी ने अपनी बातचीत में गुलजार के साथ अपने एक अदभुत रिश्ते का ज़िक्र किया था। किरदार के प्रसारण की तैयारी दूरदर्शन के लिए हो रही थी।

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शूटिंग आरएम कॉलोनी में होती थी। वहीं से एक फेरीवाला हमेशा बक्सा लेकर जाता था तब ओम पुरी ने उसे रोका और पूछा क्या है इस बक्से में। यह जानते ही कि उसमें रस्क है, उन्होंने तुरंत ढेर सारे रस्क खरीदे और उस फेरीवाले को डयूटी पर लगा दिया कि अब वो हर दिन आये और रस्क लेकर आये। इसके बाद गुलजार ने उन्हें देखा तो पूछा क्या अकेले-अकेले खा रहे हो। फिर जब ओम पुरी ने उन्हें भी रस्क का स्वाद चखाया, वो भी इसके दीवाने हो गये।

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खुद ओम पुरी ने यह स्वीकारा था कि इसके बाद उनकी शामों की मुलाक़ात कभी भी बिना रस्क के नहीं हुई। धारावाहिक किरदार के लिए उन्हें गुलजार ने सिर्फ तीन-चार कहानियों के लिए चुना था, लेकिन उन्हें सारी कहानियां इतनी पसंद आयीं कि ओम पुरी ने कहा कि मैं सारे किरदार निभाऊंगा। इसी शो में सह-निर्देशक रह चुके सलीम आरिफ बताते हैं कि ओम पुरी किरदारों को लेकर अपनी तैयारी करते थे कि अगर किरदार पंजाबी हो तो फिर उन्हें कुछ भी बताने की जरूरत नहीं होती थी।

वह किरदार के एक सीन को याद करते हुए कहते हैं कि सीन में प्याज तोड़ना था। ओम पुरी ने उसे पंजाबी अंदाज में पलंग के पाये पर रख कर तोड़ा था। संवाद भी धड़ल्ले से बोलते थे, जहां बात पंजाबी की आती थी। उस पंजाबी किरदार का नाम चुड़ा पंजाबी था। बाद में गुलजार ने उन्हें चुड़ा पंजाबी के नाम से ही पुकारना शुरू कर दिया था।

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हालांकि गुलजार ने उन्हें कहा भी कि पूरी सीरीज में सारे किरदार बड़े नहीं हैं, लेकिन ओम ने कहा कि मैं सारे किरदार करना चाहता हूं। टेलीविजन सीरीज में ओम पुरी का यह उल्लेखनीय काम रहा था। इरफान ख़ान के साथ हिसाब-किताब, रहमान का जूता, हाथ पीले कर दो जैसे कई लोकप्रिय किरदार के किरदार हमेशा यादगार रहेंगे।