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मिला दर्शकों का प्यार

रियलिटी शो 'राखी का स्वयंवर' और धारावाहिक 'प्रतिज्ञा' में राधे की भूमिका निभा चुके भोजपुर (बिहार) के मनमोहन तिवारी बड़े पर्दे पर दिख रहे हैं। भोजपुरी फिल्म 'रानी चली ससुराल' से उन्होंने फिल्मों में कदम रखा। छोटे पर्दे पर उनके अभिनय को लोगों ने पसंद किया है।

By Edited By: Updated: Mon, 08 Jul 2013 03:10 PM (IST)

मुबंई। रियलिटी शो 'राखी का स्वयंवर' और धारावाहिक 'प्रतिज्ञा' में राधे की भूमिका निभा चुके भोजपुर (बिहार) के मनमोहन तिवारी बड़े पर्दे पर दिख रहे हैं। भोजपुरी फिल्म 'रानी चली ससुराल' से उन्होंने फिल्मों में कदम रखा। छोटे पर्दे पर उनके अभिनय को लोगों ने पसंद किया है। उनकी आने वाली फिल्में हैं 'सपूत' और 'महाबली'। उनसे बात होती है कि छोटे पर्दे से अचानक भोजपुरी फिल्मों में आने की कोई खास वजह? मनमोहन कहते हैं, 'ऐसी कोई खास वजह नहीं है। जहां तक अभिनय करने की बात है, तो छोटे पर्दे पर भी कलाकार अभिनय ही करते हैं और बड़े पर्दे पर भी। दोनों में अधिक फर्क नहीं है। अगर फर्क है तो हमारी सोच में। एक कलाकार के लिए छोटा और बड़ा पर्दा कोई मायने नहीं रखता। मायने रखता है टैलेंट। अगर उसमें टैलेंट है, तो वह हर जगह सफल होगा। रही बात भोजपुरी फिल्मों में आने की, तो मैं बता दूं कि फिल्म 'रानी चली ससुराल' के लेखक महेश पाण्डे से मेरी पुरानी पहचान है। चूंकि वे कई धारावाहिकों में मेरा अभिनय देख चुके थे, इसलिए उन्होंने मेरे सामने फिल्म में काम करने का प्रस्ताव रखा और मुझे सब कुछ अच्छा लगा, तो मैंने ऑफर स्वीकार लिया। यह मेरे करियर की पहली फिल्म है।'

फिल्म 'रानी चली ससुराल' में अपने काम से मनमोहन तिवारी खुश हैं। लोगों ने उनके काम को पसंद किया है। मनमोहन की एक और फिल्म 'सपूत' भी आने वाली है। उसमें उनका किरदार क्या है? वे बताते हैं, 'देखिए, फिल्म 'सपूत' मुख्य रूप से दो भाइयों की कहानी है, जिनमें से एक गुंडा है, तो दूसरा पुलिस इंस्पेक्टर है। इसमें मैं पुलिस इंस्पेक्टर की भूमिका में हूं और इसमें मेरे अपोजिट पूनम हैं। फिल्म में दोनों भाइयों के बीच किस बात को लेकर लड़ाई होती है, यही इसमें दिखाया गया है। इसमें दूसरे भाई की भूमिका में खेसारीलाल यादव हैं।'

मनमोहन से अगला सवाल हुआ कि वे आगे भोजपुरी फिल्मों में ही बने रहेंगे या फिर छोटे पर्दे के लिए भी काम करेंगे? उनका जवाब हुआ, 'मैं पहले ही बता चुका हूं कि एक कलाकार के लिए छोटा और बड़ा पर्दा मायने नहीं रखता। अगर फुरसत में रहूंगा, तो छोटे पर्दे के लिए भी काम करूंगा। आज मैं जो भी हूं, छोटे पर्दे की बदौलत हूं।' भोजपुरी फिल्मों में काम करके मनमोहन को कैसा महसूस हो रहा है? वे कहते हैं, 'बहुत अच्छा लग रहा है। सच कहूं तो मैं खुद भोजपुरी भाषी हूं इसलिए भोजपुरी फिल्मों में काम करके मुझे काफी अच्छा लग रहा है।'

मनमोहन आगे फिल्मों में कैसी भूमिकाएं निभाना चाहते हैं? वे बताते हैं, 'मैं हर तरह की भूमिकाएं निभाना चाहता हूं। एक कलाकार को हर चरित्र को वैसे ही निभाना होता है। वह पानी की तरह होता है, जिसे जिस बर्तन में डालेंगे, वह वैसा ही हो जाएगा। मैं इतना जरूर यकीन दिलाना चाहूंगा कि रोमांटिक रोल के साथ-साथ ऐक्शन वाली भूमिका भी करना चाहूंगा। मैं अपनी फिल्मों के जरिए दर्शकों को रुलाने के साथ-साथ हंसाऊंगा भी और वही करूंगा, जिसमें लोगों को अभिनय दिखाई देगा।'

मनमोहन अपनी आने वाली फिल्मों के बारे में भी बताते हैं, 'मेरी आनेवाली फिल्मों में 'सपूत' और 'महाबली' तो हैं ही। साथ ही कुछ और फिल्मों को लेकर भी बातचीत चल रही है, जिनके बारे में फिलहाल बात करना ठीक नहीं होगा।'

[मनमोहन तिवारी]

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