मुश्किल में 'इंदु सरकार', मुख्यमंत्री तक पहुंचा मामला, स्क्रीनिंग की मांग तेज़
कांग्रेस लीडर और महाराष्ट्र विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विरवे पाटिल ने इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस से की है।
By Shikha SharmaEdited By: Updated: Sun, 09 Jul 2017 10:18 AM (IST)
मुंबई। मधुर भंडारकर की फ़िल्म 'इंदु सरकार' का ट्रेलर जब से रिलीज़ हुआ है, तब से सियासत गर्मा गयी है। फ़िल्म की पृष्ठभूमि इमरजेंसी के दौर की है, जिसकी वजह से इसके लिए मुश्किलें खड़ी हो रही हैं। अब कांग्रेस लीडर और महाराष्ट्र विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विरवे पाटिल ने इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस से की है।
इंदु सरकार के दो मुख्य किरदार पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके पुत्र संजय गांधी पर आधारित दिख रहे हैं। विरोध की ये भी बड़ी वजह है। राधाकृष्ण विरवे पाटिल ने CM को लिखे लेटर में भी इस समानता का ज़िक्र किया है। पाटिल ने शंका जतायी है कि इससे पूर्व प्रधानमंत्री और उनके बेटे की छवि ख़राब हो सकती है, जिसको लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में रोष है। बताते चलें कि इससे पहले फ़िल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग की मांग भी कांग्रेसन नेताओं की ओर से उठायी जा चुकी है। दूसरी तरफ़ डायरेक्टर मधुर भंडारकार का कहना है, "फ़िल्म की कहानी आपातकाल पर आधारित है, ये सही है लेकिन फ़िल्म 70 फीसदी फ़िक्शन है और 30 फीसदी रियलिटी।"यह भी पढ़ें: सुंदर, सुशील Gentleman की जैकलीन फ़र्नांडिस के साथ Risky हरकत
राधाकृष्ण विरवे पाटिल के लेटर की प्रति नीचे दी गयी है-
फ़िल्म 'इंदु सरकार' में नील नितिन मुकेश के किरदार का लुक संजय गांधी जैसा बताया जा रहा है, जबकि सुप्रिया विनोद का करेक्टर इंदिरा गांधी से मिलता-जुलता है। हालांकि फ़िल्म की कहानी का केंद्र कीर्ति कुल्हरी का किरदार है। अनुपम खेर भी फ़िल्म में अहम रोल निभा रहे हैं। फ़िल्म 28 जुलाई को रिलीज़ होने वाली है।