Newton's Law: न्यूटन ने मारी ऑस्कर में एंट्री और प्रियंका के मन में मायूसी की घंटी
राजेश मापुस्कर "वेंटिलेटर ऑस्कर अवॉर्ड्स के लिए जाती तो वो वहां उसका जमकर प्रचार करतीं क्योंकि अमेरिका में लम्बे समय से रह कर ये सब कैसे करना है , वो जानती हैं।"
By Manoj KhadilkarEdited By: Updated: Tue, 26 Sep 2017 05:30 PM (IST)
मुंबई। सर आइसेक न्यूटन ने laws of motion का नियम तो दिया था लेकिन लॉ ऑफ़ इमोशन का नहीं। दिया होता तो पता चलता कि ' कहीं ख़ुशी कहीं ग़म ' का मतलब क्या होता है। फिल्म न्यूटन के केस में कुछ कुछ ऐसा ही हुआ है।
दरअसल हम बात कर रहे हैं राजकुमार राव की फिल्म न्यूटन की। इस फिल्म को इस बार के ऑस्कर्स के लिए इंडिया की ऑफिशियल एंट्री के रूप में चुन लिया गया। बताते हैं कि प्रियंका चोपड़ा प्रोडक्शन की मराठी फिल्म वेंटिलेटर भी प्रबल दावेदार थी। चूक गई। ज़ाहिर है निराशा तो होगी ही। ऑस्कर्स के लिए इंडिया की तरफ़ से भेजी जाने वाली फिल्मों में इस बार 26 नाम थे। उनमें से एक मराठी फिल्म वेंटिलेटर भी, जिसे 64 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में तीन अवॉर्ड मिले। चोपड़ाज़ को भरपूर उम्मीद थी कि उनकी फिल्म ऑस्कर्स में विदेशी फिल्मों से मुकाबला करेगी।
इस मराठी फिल्म के निर्देशक राजेश मापुस्कर ने एक बातचीत में कहा कि मैंने उनको कहा था चिंता की बात नहीं, अच्छी फिल्म ही जायेगी। जब न्यूटन का नाम घोषित हुआ तो निराशा हुई। मुझे लगता है कि प्रियंका भी निराश हुई होंगी। वो इस फिल्म को लेकर बहुत महत्वकांक्षा रखती थीं। वेंटिलेटर ऑस्कर अवॉर्ड्स के लिए जाती तो वो वहां उसका जमकर प्रचार करतीं क्योंकि अमेरिका में लम्बे समय से रह कर ये सब कैसे करना है , वो जानती हैं।"यह भी पढ़ें:तो हो गया कन्फर्म, कॉपी नहीं है Newton, सीक्रेट बैलेट के मेकर्स ने दिया क्लेरिफिकेशन
बता दें कि अगले साल होने वाले ऑस्कर अवार्ड्स के लिए विदेशी सिनेमा खंड में भारत की तरफ़ से जिस न्यूटन को नामित किया गया है , उसके सामने बाहुबली2 और दंगल जैसी बड़ी कमाई वाली फिल्में भी थीं।