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Birthday: बाहुबली डायरेक्टर राजामौली की फ़िल्म से चमका काजल का सितारा, नहीं तो रह जाती गुमनाम

काजल ने 2004 की फ़िल्म 'क्यों हो गया ना' से हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया था। इस फ़िल्म में उन्होंने फ़ीमेल लीड ऐश्वर्या राय की दोस्त का छोटा-सा रोल निभाया था।

By मनोज वशिष्ठEdited By: Updated: Mon, 19 Jun 2017 01:13 PM (IST)
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Birthday: बाहुबली डायरेक्टर राजामौली की फ़िल्म से चमका काजल का सितारा, नहीं तो रह जाती गुमनाम
मुंबई। काजल अग्रवाल ऐसी एक्ट्रेसेज़ में शामिल हैं, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत तो हिंदी सिनेमा से की, मगर कामयाबी उन्हें साउथ सिनेमा ने दी। काजल आज (19 जून) 31 साल की हो गयी हैं और उनका नाम कई हिट फ़िल्मों से जुड़ा है। अब तो हिंदी सिनेमा के दर्शक भी काजल को पहचानते हैं, उन्हें सिंघम गर्ल के तौर पर जानते हैं। 

काजल ने 2004 की फ़िल्म 'क्यों हो गया ना' से हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया था। इस फ़िल्म में उन्होंने फ़ीमेल लीड ऐश्वर्या राय की दोस्त का छोटा-सा रोल निभाया था। विवेक ओबेरॉय फ़िल्म के हीरो थे। ऐश्वर्या की मौजूदगी में काजल पर ध्यान नहीं गया। डेब्यू तो हो गया, मगर इसके बाद उन्हें फ़िल्में नहीं मिलीं।

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बॉलीवुड से मायूस होकर काजल को साउथ सिनेमा का रुख़ करना पड़ा। हालांकि वहां भी उन्होंने शुरुआती दौर में असफलता का सामना करना पड़ा, मगर अच्छी बात ये हुई कि वो लीड रोल्स के लिए कंसीडर की जाने लगीं, जिसके लिए उन्हें बॉलीवुड में कुछ और साल इंतज़ार करना पड़ सकता था।

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बतौर लीड हीरोइन काजल को पहला चांस तेलुगु सिनेमा में मिला। 2007 में रिलीज़ हुई 'लक्ष्मी कल्याणम' फ्लॉप रही। हालांकि इसी आयी 'चंदामामा' की कामयाबी ने काजल को हौसला दिया। मगर, 2009 में रिलीज़ हुई 'मगधीरा' काजल के करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुई। दिलचस्प बात ये है कि इस फ़िल्म को 'बाहुबली' के डायरेक्टर एसएस राजामौली ने डायरेक्ट किया था। पुनर्जन्म की इस कहानी में राम चरन उनके हीरो थे। इस फ़िल्म के लिए काजल को कई अवॉर्ड्स शो में नामांकन मिल कुछ उन्होंने जीते भी।

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इसके बाद काजल ने मुड़कर नहीं देखा और कई हिट और क्रिटिकली एक्लेम्ड फ़िल्मों में लीड रोल निभाये। साउथ सिनेमा में कामयाबी और शोहरत की लंबी दास्तां लिखने के बाद 2011 में 'सिंघम' के साथ बॉलीवुड लौटीं। इस फ़िल्म में उनके हीरो अजय देवगन थे और रोहित शेट्टी ने डायरेक्ट किया था। ये इसी टाइटल से आयी तमिल फ़िल्म का रीमेक थी, जिसमें सूर्या और अनुष्का शेट्टी ने लीड रोल्स निभाये थे। 

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'सिंघम' हिट रही और बॉलीवुड ने काजल के हुनर का स्वागत किया। सफलता कैसे आपके बारे में धारणा बदलती है, काजल जैसी एक्ट्रेसेज़ इसकी मिसाल हैं। 2004 में डेब्यू कर चुकीं काजल को 2011 में बेस्ट डेब्यूटेंट एक्ट्रेस केटेगरी में नॉमिनेशन दिया गया। 

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बहरहाल, काजल इसके बाद अक्षय कुमार के साथ 2013 की फ़िल्म 'स्पेशल 26' में फ़ीमेल लीड में दिखायी दीं और 2016 में वो 'दो लफ़्ज़ो की कहानी' में रणदीप हुड्डा का अपोज़िट नज़र आयीं। इस फ़िल्म में काजल ने नेत्रहीन लड़का का रोल निभाया था। काजल साउथ सिनेमा में काफ़ी सक्रिय हैं। जन्मदिन पर बधाई के साथ उम्मीद है कि हिंदी सिनेमा से साउथ गयीं काजल को बॉलीवुड में भी बेहतरीन फ़िल्में करने को मिलेंगी।