कृष-3 की टीम को कोर्ट का नोटिस, कहानी चुराने का आरोप
फिल्म 'क्रिस-थ्रीÓ में चाहे जितने ही ट्विस्ट हों, लेकिन अब इसकी कहानी को लेकर एक ऐसा ट्विस्ट आ गया है, जिसको लेकर फिल्म की पूरी
By Edited By: Updated: Tue, 03 Jun 2014 11:39 AM (IST)
लखनऊ। फिल्म 'कृष-3' में चाहे जितने ही ट्विस्ट हों, लेकिन अब इसकी कहानी को लेकर एक ऐसा ट्विस्ट आ गया है, जिसको लेकर फिल्म की पूरी यूनिट कठघरे में है। लखनऊ के एक वकील ने फिल्म की कहानी को उनके उपन्यास से चुराये जाने का आरोप लगाया है।
हाईकोर्ट के वकील रूपनारायन सोनकर ने सिविल जज, सीनियर डिवीजन अशोक कुमार की कोर्ट में एक वाद दायर कर कहा है कि वर्ष 2010 में प्रकाशित उनके उपन्यास सूअरदान की कहानी पर बिना उनकी अनुमति के कृष-3 फिल्म का निर्माण किया गया है। जज ने परिवाद में पक्षकार बनाए गए सोनी सेटमैक्स चैनल, फिल्म के निर्माता-निर्देशक राकेश रोशन, सह-लेखक राबिन भट्ट, कलाकार रितिक रोशन, अमिताभ बच्चन, विवेक ओबरॉय, प्रियंका चोपड़ा, कंगना रनौत, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, सेंसर बोर्ड, चीफ सेकेट्री व फिल्म राइटर एसोसिएशन को पक्ष प्रस्तुत करने के संबंध में दो जुलाई के लिए नोटिस जारी किया है। अमिताभ बच्चन ने इस फिल्म में एक्टिंग नहीं की थी, बल्कि बतौर सूत्रधार उन्होंने फिल्म को अपनी आवाज दी थी।एल्डिको टाउन, आइआइएम रोड निवासी वकील रूप नारायन सोनकर ने दावे में कहा है कि उनके उपन्यास पर कई विश्वविद्यालयों में रिसर्च कार्य हो रहा है तथा यूजीसी नेट परीक्षा 2012 में भी शामिल किया गया है।
फिल्म निर्माता-निर्देशक राकेश रोशन ने कापी राइट एक्ट 1957 का उल्लंघन करते हुए बिना लेखक की अनुमति लिए उपन्यास की कहानी पर पूरी की पूरी फिल्म कृष-3 बना डाली। उपन्यास का एक मुख्य बिंदु यह है कि लेखक जानवर व मानव के मेल से एक नई हाइब्रिड मानवर उत्पन्न करता है। इसी को आधार बनाकर फिल्म क्रिस-थ्री बनाई गई।उपन्यास के अधिकतर पात्र जिनमें नायक, नायिका, सहनायिका, खलनायक व करेक्टर उपन्यास से चुराये गए हैं। इनके कार्य भी उपन्यास व फिल्म में मेल खाते हैं।