डर के मारे निर्माताओं ने 'वजीर' से हटा लिया ये सीन!
बॉलीवुड समय के साथ बहुत बोल्ड होता जा रहा है। इसका असर फिल्मों और इसके सीन्स पर भी देखने को मिलता है। मगर अधिकांश एक्टर्स के लिए बच्चों का यौनशोषण (बालकामुक) एक ऐसा विषय है जिसे वो छोड़ना ही बेहतर समझते हैं। हाल ही में 'वजीर' के मेकर्स को भी
By Monika SharmaEdited By: Updated: Wed, 25 Mar 2015 07:45 PM (IST)
मुंबई। बॉलीवुड समय के साथ बहुत बोल्ड होता जा रहा है। इसका असर फिल्मों और इसके सीन्स पर भी देखने को मिलता है। मगर अधिकांश एक्टर्स के लिए बच्चों का यौनशोषण (बालकामुक) एक ऐसा विषय है जिसे वो छोड़ना ही बेहतर समझते हैं। हाल ही में 'वजीर' के मेकर्स को भी ऐसा ही कुछ महसूस हुआ।
हिट एंड रन केस: 27 मार्च को कठघरे में होंगे सलमान, जज करेंगे सवाल सूत्रों ने बताया, 'बिजॉय नाम्बियार की फिल्म 'वजीर' में अमिताभ बच्चन, फरहान अख्तर और अदिति राव हैदरी का किरदार भी कुछ ऐसा ही है जिन्होंने अपने बचपन में यौनशोषण का सामना किया है। मेकर्स को ऐसे शख्स की तलाश थी जो पर्दे पर बाल शोषण करते व्यक्ति का किरदार निभा सके। इसके लिए मेकर्स ने पंकज कपूर से भी संपर्क किया लेकिन वो भी इस रोल के लिए राजी नहीं हुए।' बाद में फिल्म 'हैदर' में नजर आए आमिर बाशिर को इस किरदार के लिए फाइनल किया गया लेकिन डील नहीं बन पाई। इसके बाद मेकर्स के पास और कोई रास्ता नहीं था सिवाए इसके कि फिल्म से इस हिस्से को हटा दिया जाए। हालांकि इस मुद्दे पर बिजॉय का कहना था कि 'ये बात सही नहीं है कि फिल्म 'वजीर' में बाल यौनशोषण से संबंधित कोई सीक्वेंस फिल्माया गया है।'
ओ तेरी, सुष्मिता अपने इस एक्स बॉयफ्रेंड से ही चला रही हैं चक्कर! दूसरे सूत्रों ने बताया कि मेकर्स इस बात को छुपाना चाहते थे। जब उन्हें इस सीक्वेंस को हटाने के लिए कहा गया तो उन्होंने तय किया कि इस बारे में बात नहीं करेंगे।
साल 2002 में आई मीरा नायर की फिल्म 'मॉनसून वेडिंग' में एक्टर रजत कपूर ने ऐसे शख्स का किरदार निभाया था। साल 2004 में दिए गए एक साक्षात्कार में रजत ने कहा था, 'पर्दे पर बच्चे का यौन शोषण करने वाले अंकल का किरदार निभाना वाकई बहुत ही कठिन था।'पाकिस्तान की इस शर्त पर रिलीज होगी 'दिल्लीवाली जालिम गर्लफ्रेंड'