शाहरुख़ के 'रईस' को लेकर उठी आपत्ति,फिल्म से धार्मिक चिन्ह हटाने की मांग
रईस वैसे ही पिछले काफी समय से सुर्ख़ियों में हैं। शाहरुख़ खान ने मनसे नेता राज ठाकरे से मुलाकात कर इस बात का भरोसा दिलाया था कि उनकी फिल्म की हीरोइन को भारत में प्रमोशन के लिए नहीं बुलाया जा रहा है।
By Manoj KhadilkarEdited By: Updated: Mon, 12 Dec 2016 01:51 PM (IST)
मुंबई। लगता है कि फिल्म के नाम की तरह शाहरुख़ खान की मुश्किलें भी ' रईस ' होती जा रही हैं। पाकिस्तानी कलाकारों के विरोध और काबिल से टकराव को लेकर हुए विवाद के बाद अब फिल्म रईस के ट्रेलर में दिखाए गए एक धार्मिक चिन्ह को लेकर मुस्लिम समुदाय के एक तबके ने आपत्ति जताई है।
ख़बर है कि शिया समुदाय ने फिल्म के ट्रेलर में दिखाए गए उस सीन को लेकर आपत्ति जताई जिसमें मुहर्रम के दौरान रिलीजीयस सिम्बल्स और झंडे के इस्तेमाल किया गया है और उस सीन में किंग खान को झंडे के साथ उछलते हुए दिखाया गया है और साथ ही एक्शन सीन में भी धार्मिक चिन्ह नज़र आ रहे हैं। ओखला , गाजीपुर , लखनऊ और मुंबई से इस तरह के विरोध की ख़बरें हैं . बताया जा रहा है कि समुदाय की तरफ से सज्जाद नानजी ने मुंबई रीजनल कांग्रेस कमेटी के सचिव जावेद श्रॉफ से इस बारे में मुलाकात कर अपनी आपत्ति जताई है। श्रॉफ ने इस बारे में वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद से इस मामले को सुलझाने के लिए शाहरुख़ खान से बात करने की गुज़ारिश की है। बताया जा रहा है कि समुदाय के लोगों ने रईस के इन सीन्स को धार्मिक भावनाओं को आहात करने वाला बताते हुए मुंबई के एडिशनल कमीश्नर ऑफ़ पुलिस और सोशल सर्विस ब्रांच को एक लेटर भी लिखा है। उनकी मांग है कि इस तरह के दृश्यों को तत्काल प्रभाव से पहले ट्रेलर से हटा दिया जाय और फिल्म से भी। रईस वैसे ही पिछले काफी समय से सुर्ख़ियों में हैं। अभी रविवार को ही शाहरुख़ खान ने मनसे नेता राज ठाकरे से मुलाकात कर इस बात का भरोसा दिलाया था कि उनकी फिल्म की हीरोइन को भारत में प्रमोशन के लिए नहीं बुलाया जा रहा है। ऐसा इसलिए करना पड़ा क्योंकि राज ठाकरे की पार्टी ने माहिरा के यहां आ कर प्रमोशन की खबरों के बाद फिर से आंदोलन की चेतावनी दी थी।