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Exclusive: मंटो की कहानी पढ़ने में लगता है नंदिता दास को डर

नंदिता ने माना कि मंटो की कहानी पढ़ने पर उन्हें डर लगता है कि उन कहानियों पर फिल्म कैसे बनाएंगे और उसे पर्दे पर कैसे लाएंगे।

By Manoj KhadilkarEdited By: Updated: Tue, 21 Feb 2017 01:04 PM (IST)
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Exclusive: मंटो की कहानी पढ़ने में लगता है नंदिता दास को डर

रुपेशकुमार गुप्ता, मुंबई। नवाजुद्दीन सिद्दीकी को लेकर नंदिता दास इन दिनों उर्दू के जाने माने साहित्यकार सदाअत हसन मंटो पर एक बायोपिक बना रही हैं लेकिन इस काम में उन्हें कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

मुंबई में एक कार्यक्रम में आई नंदिता ने बताया कि उनकी फिल्म 'मंटो' की शूटिंग 15 मार्च से शुरू होगी। नवाज़ मंटो का संजीदा किरदार कर रहे हैं। ये बॉलीवुड की टिपिकल नाच गाने वाली फिल्म नहीं है। नंदिता ने बताया कि फिल्म के लिए 1940 जैसा माहौल क्रिएट करना काफी मुश्किल हो रहा है क्योकि मुंबई शहर 1940 से काफी आगे निकल गया है। यही नहीं फिल्म में नवाज़ के अलावा कुछ और बड़े कलाकार भी शामिल होंगे जिसका खुलासा बाद में किया जाएगा। इस मौके पर नंदिता ने यह भी बताया कि फिल्म का बजट भी इतना टाइट है कि हम बॉलीवुड की बड़ी फिल्मों की तरह 200 दिन शूट नहीं कर सकते। नंदिता ने माना कि मंटो की कहानी पढ़ने पर उन्हें डर लगता है कि उन कहानियों पर फिल्म कैसे बनाएंगे और उसे पर्दे पर कैसे लाएंगे।

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गौरतलब है कि मंटो अपनी बदनाम कहानियों की वज़ह से काफी मशहूर हुए हैं और यही कारण है कि नवाज़ और नंदिता को इस फिल्म को लेकर कई चुनौतियों का मुकाबला करने की आशंका है।