'एमी' के लिए भारतवंशी आसिफ कपाड़िया ने ऑस्कर अवॉर्ड भी जीता
भारतीय मूल के ब्रिटिश फिल्मकार आसिफ कपाड़िया भी ऑस्कर अवॉर्ड्स 2016 में छाए रहे। उन्हें ‘एमी’ के लिए बेस्ट डॉक्यूमेंट्री के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
लॉस एंजिलिस। भारतीय मूल के ब्रिटिश फिल्मकार आसिफ कपाड़िया भी ऑस्कर अवॉर्ड्स 2016 में छाए रहे। उन्हें ‘एमी’ के लिए बेस्ट डॉक्यूमेंट्री के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। 'एमी' की कहानी गायिका एमी वाइनहाउस की जिंदगी पर आधारित है, जिनका महज 27 वर्ष की उम्र में वर्ष 2011 में निधन हो गया था।
लियोनार्डो और लार्सन बने बेस्ट एक्टर-एक्ट्रेस, जानिए और ऑस्कर अवॉर्ड्स किसके रहे नाम
इस डॉक्यूमेंट्री के लिए 44 वर्षीय कपाड़िया पहले ही पहले गोल्डन ग्लोब और बाफ्टा अवॉर्ड्स अपने नाम कर चुके हैं और अब एक और अवॉर्ड उनकी झोली में गिर चुका है, जिसे उन्होंने एमी वाइनहाउस को श्रद्धांजलि के तौर पर समर्पित की। एमी वाइनहाउस का निधन वर्ष 2011 में ड्रग और एल्कोहल से लड़ाई लड़ने के बाद हो गया था। कपाड़िया ने कहा, ‘फिल्म के प्रति अपना प्यार दिखाने के लिए शुक्रिया एकेडमी। हम दिखाना चाहते थे कि वास्तव में एमी थीं क्या? वह एक मजाकिया, बुद्धिमान, हाजिर जवाब और एक खास लड़की थी।’
Photos : प्रियंका चोपड़ा ने कुछ इस अंदाज में ऑस्कर अवॉर्ड्स में बिखेरे जलवे
निर्माता जेम्स गे-रीस ने कहा कि यह अवॉर्ड एमी के सभी फैंस और फॉलोवर्स के लिए है। एमी हमेशा से इन्हीं लोगों का समर्थन चाहती थीं। कपाड़िया की डॉक्यूमेंट्री का मुकाबला ‘कार्टेल लैंड’, ‘द लुक ऑफ साइलेंस’, ‘व्हाट हैपन्ड मिस सिमोन?’, ‘विंटर ऑन फायर: यूक्रेन्स फाइट फॉर फ्रीडम’ से था। पिछले साल कांस फिल्म फेस्टिवल में यह डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई थी। इसके बाद से ही यह आलोचकों की पसंदीदा फिल्म बन गई है। हालांकि एमी के पिता मिच ने खुद को इससे अलग रखा। उन्होंने इसे एक निराशाजनक करार दिया था।