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हिंदुस्‍तानियों के बारे में येे क्‍या बोल गए पाकिस्‍तानी एक्‍टर फवाद खान!

इम्पा ने अपनी 87वीं आम सभा में प्रस्ताव पारित किया कि इस संस्था के सदस्य निर्माता किसी पाकिस्तानी कलाकार को अपनी फिल्मों में नहीं लेंगे।

By Tilak RajEdited By: Updated: Sat, 01 Oct 2016 02:20 PM (IST)
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नई दिल्ली। फिल्म निर्माताओं के संगठन 'इंडियन मोशन पिक्चर्स असोसिएशन' द्वारा पाकिस्तानी कलाकारों के बॉलीवुड में काम करने पर रोक लगाने के फैसले पर फवाद खान का गुस्सा स्वदेश लौट कर फूटा है। खबरों की मानें तो फवाद खान ने भारतीयों को लेकर ऐसी बातें कहीं, जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। आपको शायद यकीन ना हो कि मासूम से चेहरे वाले फवाद के बोल भारतीयों के लिए इतने बिगड़ सकते हैं।

एक वेब पोर्टल से हुई बातचीत में इम्पा के अध्यक्ष और निर्माता टीवी अग्रवाल ने माना कि फवाद खान ने पाकिस्तानी कलाकारों पर लगे बैन पर मीडिया में अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने बताया, 'मुझे इंडस्ट्री के एक शख्स से पता चला कि एमएनएस द्वारा पाकिस्तानी कलाकारों के विरोध पर फवाद ने मीडिया के एक सेक्शन से कहा कि बॉलीवुड किसी का बाप है क्या?' यहां फवाद के कहने का मलतब था कि वह सिर्फ बॉलीवुड के सहारे नहीं बैठे हैं। फवाद के इस बयान से अग्रवाल काफी नाराज हैं।

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अग्रवाल कहते हैं, 'देखिए, पाकिस्तानी कलाकारों को बैन करने का निर्णय अकेले मैंने नहीं लिया था। मेरे अलावा 200 फिल्ममेकर्स ने इम्पा की वार्षिक आम बैठक में यह फैसला लिया था। मुझे खुद अपनी फिल्म से राहत फतेह अली खान को अलग करना पड़ा।'

इधर एमएनएस चित्रपट सेना' के अध्यक्ष अमे खोपेकर ने भी फवाद के कुछ बिगड़े बोल सुने हैं। वह बताते हैं, 'मुझे भी फवाद के बारे में कुछ हैरान करने वाली बातें सुनने को मिली हैं। मैंने सुना कि फवाद ने पाकिस्तानी मीडिया के एक सेक्शन से बातचीत में कहा कि हिंदुस्तानी लोगों का दिल बहुत छोटा होता है।'

खोपेकर ने कहा, 'अब मुझे नहीं पता कि इन खबरों में कितनी सच्चाई है। लेकिन हमारे पास उड़ती-उड़ती खबरें जरूर आ रही हैं। ये पाकिस्तानी कलाकार यहां कुछ और कहते हैं और अपने मुल्क जाकर कुछ और ही राग अलापते हैं। '

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बता दें कि इम्पा ने अपनी 87वीं आम सभा में प्रस्ताव पारित किया कि इस संस्था के सदस्य निर्माता किसी पाकिस्तानी कलाकार को अपनी फिल्मों में नहीं लेंगे। उड़ी हमले के बाद यह महसूस किया गया कि इसकी राष्ट्र की तरफ भी जिम्मेदारी है और प्रस्ताव पारित किया गया कि हालात सामान्य होने तक पाकिस्तानी कलाकारों और टेक्नीशन पर प्रतिबंध रहेगा।