ऋषि कपूर ने बायोग्राफी में खोले डैड राज कपूर की ज़िंदगी के 'रंगीन पन्ने'!
ऋषि ने अपनी बायोग्राफी में लिखा है कि पिता के साथ उनकी रिलेशनशिप बिल्कुल वैसी ही थी, जैसी उनकी बेटे रणबीर के साथ है।
By मनोज वशिष्ठEdited By: Updated: Tue, 17 Jan 2017 07:23 AM (IST)
मुंबई। ऋषि कपूर की बायोग्राफी का नाम खुल्लम खुल्ला- ऋषि कपूर अनसेंसर्ड है और इस नाम को जस्टिफाई करते हुए वेटरन एक्टर ने अपनी बायोग्राफी में कुछ ऐसी बातें भी कही हैं, जिन्हें खुल्लम-खुल्ला नहीं कहा जाता। ख़ास बात ये है कि डैड राज कपूर के भी कुछ राज़ ऋषि ने बेबाक़ी से खोल दिए हैं।
राज कपूर को हिंदी सिनेमा का शो-मैन कहा जाता है। ऋषि ने राज कपूर की ज़िंदगी के कुछ ऐसे पन्ने अपनी जीवनी में खोल दिए हैं, जो काफी रंगीन हैं और लीजेंडरी फ़िल्ममेकर की लाइफ़ को नज़दीक़ी से दिखाते हैं। फिर चाहे बात राज कपूर के उनकी लीडिंग लेडीज़ के साथ चर्चित अफ़ेयर्स की ही क्यों ना हो! ऋषि ने इसकी शुरुआत राज कपूर और नर्गिस के मशहूर अफ़ेयर से की है। पीटीआई की ख़बर के मुताबिक़, ऋषि कपूर लिखते हैं- ''मेरे पिता राज कपूर 28 साल के थे और पहले ही हिंदी सिनेमा के शो-मैन का ख़िताब पा चुके थे। उस वक़्त वो प्यार में भी थे, दुर्भाग्य से मेरी मां के अलावा किसी और से। उनकी गर्लफ्रेंड उनकी कुछ हिट्स आग, बरसात और आवारा में उनकी हीरोइन भी थीं।" ऋषि लिखते हैं कि नर्गिस को इन-हाउस हीरोइन कहते थे और आरके स्टूडियो के चिह्न में भी वो शामिल हैं। वेटरन एक्ट्रेस वैजयंतीमाला राज कपूर के साथ अफ़ेयर से हमेशा इंकार करती रही हैं, लेकिन ऋषि लिखते हैं- ''मुझे याद है जब पापा वैजयंतीमाला के साथ इंवॉल्व थे, तो मैं मम्मी के साथ मैरीन ड्राइव के नटराज होटल में शिफ़्ट हो गया था। होटल से हम लोग दो महीने के लिए चित्रकूट अपार्टमेंट में चले गए, जो पापा ने मॉम और हमारे लिए ख़रीदा था।'' इसे भी पढ़ें- श्रद्धा कपूर ने रहने के लिए नहीं ख़रीदा है घर, तो फिर क्यों?
ऋषि ने इस बात पर भी आपत्ति जताई है कि वैजयंतीमाला ने राज कपूर के साथ अपने अफे़यर को मैन्युफेक्चर्ड बताया था। उनका कहना है कि अगर उस वक़्त पापा ज़िंदा होते तो वो ऐसा कहने की हिम्मत हरगिज नहीं कर सकती थीं। ऋषि ने लिखा है कि उनके पिता को शराब, सिनेमा और लीडिंग लेडीज़ से प्यार था। इसे भी पढ़ें- महेश भट्ट ने खोला आलिया का सीक्रेट, सोते वक़्त भी नहीं छोड़तीं इस ब्लैक लेडी को ऋषि ने अपनी बायोग्राफी में लिखा है कि पिता के साथ उनकी रिलेशनशिप बिल्कुल वैसी ही थी, जैसी उनकी बेटे रणबीर के साथ है। हालांकि जब पिता का डर ख़त्म हो गया तो उनके लिए प्यार और सम्मान लगातार बढ़ता गया। ख़ासकर तब जबकि वो पिता के साथ काम करने लगे। ऋषि लिखते हैं, नर्गिस जी के बाद मैंने उनके साथ सबसे ज़्यादा काम किया है।