58 सालों के बाद पाथेर पांचाली पहुंची कान फेस्टिवल
सत्यजीत रे की फिल्म 'पाथेर पांचाली' को कान फिल्म फेस्टिवल में दिखाया जाएगा। 58 साल के बाद ऐसा होगा जब 'पाथेर पांचाली' को इस फेस्टिवल में स्क्रीन किया जाएगा। 'पाथेर पांचाली' सत्यजीत रे की डेब्यू फिल्म थी। साल 1955 में बनी इस क्लासिक अपु ट्रायलॉजी के पहले हिस्से को 68वें
By Tilak RajEdited By: Updated: Sat, 25 Apr 2015 08:32 AM (IST)
मुंबई। सत्यजीत रे की फिल्म 'पाथेर पांचाली' को कान फिल्म फेस्टिवल में दिखाया जाएगा। 58 साल के बाद ऐसा होगा जब 'पाथेर पांचाली' को इस फेस्टिवल में स्क्रीन किया जाएगा।
कान फिल्म फेस्टिवल में भारत की 'मसान' और 'चौथी कूट' 'पाथेर पांचाली' सत्यजीत रे की डेब्यू फिल्म थी। साल 1955 में बनी इस क्लासिक अपु ट्रायलॉजी के पहले हिस्से को 68वें कान फिल्म फेस्टिवल में दिखाया जाएगा। क्लासिक सेक्शन में इस फिल्म का प्रदर्शन होगा। फिल्ममेकर के बेटे संदीप रे ने बताया कि, 58 सालों के बाद ये मौका होगा जब इसी फेस्टिवल में इस फिल्म का प्रदर्शन किया जाएगा। साल 1956 में 'पाथेर पांचाली' को बेस्ट ह्यूमन डाक्यूमेंट्री कैटेगरी में कान में पुरस्कृत किया गया था। हालांकि रे इस स्क्रीनिंग के दौरान मौजूद नहीं रह पाएंगे।
पहली बार 'कान' के रेड कारपेट पर चलेंगी कट्रीना कैफ दो दिन पहले ही खबर आई थी कि 'पाथेर पांचाली', 'अपराजिता' और 'अपूर संसार' को डिजिटली रिस्टोर किया गया है। और इन्हें यूएस थिएटर में 8 मई को रिलीज किया जाएगा।
इसके अलावा कान फिल्म फेस्टिवल में दो और भारतीय फिल्मों को अनसर्टेन रिगार्ड्स सेक्शन में चुना गया है। इनमें से एक है नीरज घेवन की 'मसान' और गुरविंदर सिंह की 'चौथी कूट'। 16 मई को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय इस मौके पर फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के साथ भारतीय पवेलियन को होस्ट करेगा।कान्स में दिखेगी नवाजुद्दीन के भाई की फिल्म