Exclusive: शिल्पा शिरोडकर से 3 बार 'मस्त' क्यों कहते थे रजनीकांत!
शिल्पा बताती हैं कि रजनी सर हमेशा से ही काफी कम बोलने वाले लोगों में से रहे हैं, लेकिन जब सेट पर सभी लोगों की बांडिंग होती थी, तो ऐसा नहीं था कि वह बैठते नहीं थे।
By Manoj VashisthEdited By: Updated: Mon, 12 Dec 2016 06:00 PM (IST)
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। रजनीकांत के साथ मुकुल आनंद की फ़िल्म 'हम' में काम कर चुकीं अभिनेत्री शिल्पा शिरोडकर बताती हैं कि जब इस फ़िल्म की शूटिंग हो रही थी तो वाकई सेट पर माहौल बिल्कुल परिवार की तरह बन गया था। फ़िल्म में सिर्फ़ ऑनस्क्रीन ही नहीं, ऑफ़स्क्रीन भी हमारी अच्छी बॉन्डिंग रही।
शिल्पा बताती हैं कि रजनी सर के बारे में उन्हें काफी वक़्त बाद पता चला कि वह महाराष्ट्रियन हैं। इसके बाद तो दोनों की बातें मराठी में ही होने लगीं। जब सुबह रजनी सर सेट पर आते शिल्पा उनसे हाल-चाल पूछतीं तो अपने अंदाज़ में रजनीकांत तीन बार मराठी अंदाज़ में कहते "मस्त मस्त मस्त"। शिल्पा बताती हैं कि रजनी सर हमेशा से ही काफी कम बोलने वाले लोगों में से रहे हैं, लेकिन जब सेट पर सभी लोगों की बांडिंग होती थी, तो ऐसा नहीं था कि वह बैठते नहीं थे। शिल्पा कहती हैं- ''मैं हमेशा से बहुत बड़बोली रही हूं। लेकिन सेट पर रजनी सर, अमित सर (अमिताभ बच्चन) समेत सभी मुझे बच्चों की तरह पैंपर करते थे। मैं उस वक़्त नयी-नयी थी। तो ऐसा नहीं था कि मेरा शॉट होता था तो वो लोग मुझे सपोर्ट नहीं करते थे। वे लोग सेट पर मौजूद होते थे और मुझे समझाते रहते थे। रिहर्सल में भी सभी साथ होते थे।'' इसे भी पढ़ें- रजनीकांत को जन्मदिन पर अक्षय कुमार ने दिया ये नया नाम शिल्पा आगे कहती हैं- ''हम लोग फ़िल्म के शूट के लिए मॉरीशस भी गए थे। वहां भी फ़िल्म की पूरी यूनिट एक साथ होती थी। हम लोग एक ही होटल में रुके थे। सब लोग ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर साथ में ही करते थे। काफी मज़ा आता था।'' शिल्पा बताती हैं कि रजनी सर हमेशा से हंबल रहे हैं। वो सेट पर कोई स्टारडम लेकर नहीं आते थे और सेट पर मौजूद क्रू से उनका व्यवहार बहुत ही स्नेह वाला होता था। शिल्पा बताती हैं कि उस वक़्त एक स्टार एक साल में चार-चार फिल्में कर रहे होते थे, तो हम लोग कहीं ना कहीं किसी सेट पर मिल ही जाया करते थे।
इसे भी पढ़ें- मैमोरी को थोड़ा राउंड घुमाके... चिट्टी और रोबोटिक बहू ने जब किया लुंगी डांस शिल्पा रजनीकांत के टच में नहीं हैं, लेकिन उन्हें यक़ीन है अगर वो उनसे बात करना चाहेंगी, तो रजनी सर उसी गर्मजोशी और अपनेपन से बात करेंगे। यही उनका नेचर है।