धनतेरस पर करें खरीदारी तो इन बातों का रखें ध्यान
धनतेरस का पावन पर्व आने वाला है जाहिर है खरीदारी होगी ही। शायद अब तक आपकी शॉपिंग लिस्ट भी तैयार हो गई होगी, मगर ठहरिए! दिल खोलकर शॉपिंग करने से पहले शॉपिंग के कुछ गुर जान लीजिए
By Babita kashyapEdited By: Updated: Mon, 24 Oct 2016 01:46 PM (IST)
प्रकाश पर्व दीवाली हो और शॉपिंग न हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। भले ही महंगाई की मार हैरान-परेशान कर दे, मगर छोटी-छोटी परेशानियां हमारी उत्सवधर्मिता में बाधक नहीं बनतीं। दीवाली तो शॉपिंग और मौज-मस्ती के लिए ही है। घर-गाड़ी से लेकर कपड़े, जूइल्रि , गैजेट्स, किचन के सामान, डेकोरेटिव आइटम्स, पूजा की सामग्री, दीया, स्वीट्स... जैसी हर चीज इस त्योहार पर खरीदी जाती है। थोड़ी समझदारी बरतें तो बजट बिगडऩे से बच सकता है और त्योहार की खुशियां भी बरकरार रह सकती हैं। शॉपिंग करने जा रही हैं तो जरा इन टिप्स पर भी गौर फरमा लें।
1. सबसे पहले बजट प्लान करें। कितना पैसा खर्च करना है और कौन सी चीजें खरीदनी जरूरी हैं, इसके बारे में अच्छी तरह सोच-विचार लें।2. बजट तय करने के बाद चीजों की लिस्ट तैयार करें। इसमें घर के हर सदस्य की मदद लें, ताकि कोई भी चीज लिस्ट में छूट न जाए। इसके बाद भी बजट का एक हिस्सा बचाए रखें, ताकि अंतिम समय में कोई खर्च
आ जाए तो परेशानी न हो। बच्चों से जरूर पूछ लें कि उन्हें क्या चाहिए।3. भले ही कैश रखना आपको पसंद हो, मगर दीवाली या किसी भी त्योहार के दौरान भारी-भरकम कैश साथ में न रखें। फेस्टिव सीजन जेबतराशों या चोरों के लिए परफेक्ट टाइम होता है। कोशिश करें कि त्योहार की शॉपिंग कार्ड से ही करें।
4. त्योहार की शॉपिंग का अर्थ है कई-कई घंटे मार्केट में खपाना। इसलिए बच्चों को शॉपिंग के लिए साथ न ले जाएं। उन्हें दादा-दादी, नाना-नानी या फिर पड़ोसी के घर छोड़ दें, तभी बेफिक्र होकर खरीदारी कर सकेंगे।5. त्योहार से लगभग एक महीने पहले से ही बाजार में लुभावनी स्कीम्स का दौर शुरू हो जाता है। अपने पेबैक ऑफर्स या गिफ्ट वाउचर्स का इस समय उपयोग करें। यहां अपनी जरूरतों और इच्छाओं के बीच फर्क करना भीजरूरी है। अगर नई गाड़ी खरीदनी है तो कंपनीज की स्कीम्स का फायदा जरूर उठाएं, इससे बचत हो सकती है, मगर सिर्फ एक्सचेंज ऑफर का फायदा उठाने के लिए पुरानी गाड़ी के बदले नई गाड़ी लेने के निर्णय पर पुनर्विचार जरूर कर लें। ऐसे में अपने बजट और अपनी बुनियादी जरूरतों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।6. दीवाली पर स्त्रियां अक्सर साड़ी, सलवार-सूट जैसे परंपरागत परिधान खरीदना पसंद करती हैं। बेहतर होगा कि कोई भी ड्रेस खरीदने से पहले सोच लें कि आगे कितने समय तक यह फैशन में रहेगी, किन मौकों पर इसे पहना जा सकेगा और इसकी फिटिंग ठीक होगी या नहीं। ड्रेस का ट्रायल जरूर लें। वैसे अच्छा तो यह होगा कि कपड़ों की खरीदारी के लिए अलग दिन तय करें, ताकि शांत दिमाग से इनकी खरीदारी कर सकें।7. यूं तो आजकल ऑनलाइन शॉपिंग की धूम है, मगर घर बैठे सामान मंगाने से पहले यह जरूर सोच लें कि कौन सा सामान ऑनलाइन मंगाना सही होगा और किस सामान को मार्केट से लेना बेहतर होगा। समान खरीदने से पहले शॉपिंग साइट्स पर खरीदारों के रिव्यूज भी पढ़ लें।8. ऑनलाइन खरीदारी के लिए यह भी अच्छा आइडिया होगा कि पहले स्टोर्स मेंजाकर वस्तु देखें, ड्रेस ट्राई करें और मूल्य जांच लें। इसके बाद ऑनलाइन ऑर्डर करें। इससे बाद में होने वाली परेशानी से बच सकेंगे और काफी सेविंग भी कर लेंगे।9. फेस्टिवल सीजन रीटेलर्स के लिए बेहतरीन मौका होता है। वे कस्टमर्स के लिए तमाम ऑफर्स लाते हैं। स्टोर्स एवं आउटलेट्स हेवी डिस्काउंट्स देते हैं। आमतौर पर खरीदारों को इससे फायदा होता है, लेकिन कई बार फ्रॉड डीलिंग्स में फंसने का खतरा भी रहता है। इसलिए बुद्धिमान शॉपर बनें और बाजार की चकाचौंध में खोकर शॉपिंग न करें, जो भी सामान लें, उसके मूल्य और गुणवत्ता की तुलना दूसरी जगह से भी अवश्य कर लें।10. कई बार शॉपिंग लिस्ट में जो चीज नहीं होती, उसे भी खरीद लिया जाता है। बाद में इसे लेकर अपराध-बोध होता है। खुशियों के त्योहार को पछतावे का कारण न बनने दें। इसलिए जरूरी है कि अपनी शॉपिंग लिस्ट पर अडिग रहें।11. त्योहारों के दौरान बाय वन गेट वन फ्री जैसी स्कीम्स आम हैं। ऐसी स्कीम वाला सामान तभी खरीदें, जब उसे गिफ्ट कर सकते हों या घर में इतने सदस्य हों कि उस सामान की खपत हो सकती हो। हो सकता है, उस सामान का वास्तविक मूल्य कम हो और आप फ्री के चक्कर में महंगा सामान खरीद लें।12. धनतेरस पर लोग सोने-चांदी के बर्तन, जूइल्रि या सोने-चांदी के सिक्के खरीदते हैं। ऐसे में ज्यूलर्स भी लुभावनी स्कीम्स निकालते हैं। याद रखें, त्योहारों के दौरान गोल्ड-सिल्वर की कीमत आम दिनों से थोड़ा ज्यादा ही होती है, डिस्काउंट्स के बावजूद इन्हें खरीदना जेब पर भारी पड़ सकता है।13. इलेक्ट्रॉनिक्स सामान जैसे वॉशिंग मशीन, फ्रिज, टीवी, मोबाइल आदि त्योहार के सीजन में खूब खरीदे जाते हैं। डाउन पेमेन्ट पर फ्री एक्सेसरीज के बजाय जीरो प्रतिशत ईएमआई जैसे विकल्प का चयन लाभदायक हो सकता है। एक्सटेंडेड वारंटी पर भी पैसा खर्च करने से पहले सोचें कि क्या भविष्य में ऐसी जरूरत पड़ेगी? एक्सटेंडेड वारंटी भी अधिकतम तीन-चार वर्ष के लिए होती है। जबकि घरेलू उपयोग के सामान अमूमन तीन-चार साल तक बिना मेंटिनेंस के चल जाते हैं।14. दीवाली के दौरान दोस्तों, रिश्तेदारों एवं क्लाइंट्स के लिए गिफ्ट्स खरीदना एक बड़ा काम होता है। गिफ्ट्स खरीदने से पहले ध्यान रखें कि जिसे यह दिया जा रहा है, उसके लिए यह उपयोगी होगा कि नहीं। ऐसा सामान लें, जो दूसरे की पसंद और उपयोग के अनुरूप हो। स्त्रियों को गिफ्ट दे रहे हों तो रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुएं जैसे खूबसूरत जूइल्रि, ऑर्गनाइजर, बैंगल हुक हैंगिंग्स, एक्सेसरीज, परफ्यूम्स आदि दे सकते हैं।15. शॉपिंग की थकान से बचना चाहते हैं तो फ्री होम डिलीवरी विकल्प का लाभ उठाएं। इससे अनावश्यकथकान व स्ट्रेस से बच सकेंगे।16. सेल का बोर्ड देखकर भागे-दौड़े न चले जाएं। कई बार सेल के लालच में महंगा सामान घर में आ जाता है। सेल प्राइस हमेशा बेस्ट प्राइस नहीं होती। अगर एक स्टोर पर यह मूल्य सीमित समय के लिए है तो हो सकता है कि दूसरे स्टोर पर वह लंबे समय तक चलने वाला हो। ऐसे में मैन्युफैक्चरर, मॉडल नंबर या अन्य लेबल्स चेक करके इसकी तुलना करने के बाद ही सामान खरीदें।READ: ऑनलाइन शॉपिंग न पड़ जाए फ्राड का फंदासिल्वर है न्यू गोल्ड