कार के इंश्योरेंस प्रीमियम करना चाहते हैं कम, तो यह है तरीका
कार इंश्योरेंस उतना ही जरूरी है जितना की अन्य इंश्योरेंस। इसकी महत्ता गाड़ी के लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन पेपर के सामान होती है
By Surbhi JainEdited By: Updated: Wed, 11 Jan 2017 03:43 PM (IST)
नई दिल्ली। कार इंश्योरेंस उतना ही जरूरी है जितना की अन्य इंश्योरेंस। इसकी महत्ता गाड़ी के लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन पेपर के सामान होती है। यह दुर्घटना में नुकसान और चोरी के समय आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करता है। आम तौर पर कार इंश्योरेंस दो तरह के होते हैं। पहला कॉम्प्रिहेंसिव और दूसरा थर्ड पार्टी इंश्योरेंस। थर्ड पार्टी इंश्योरेंस सस्ता होने के साथ साथ सभी वाहनों के लिए कानूनी रुप से जरूरी भी होता है। वहीं, दूसरी ओर कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस गाड़ी के डैमेज और चोरी होने पर आर्थिक सुरक्षा देता है। चार से पांच लाख रुपए की कीमत वाली गाड़ियों के लिए 14 से 15 हजार रुपए का कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस मिलता है।
ऐसे में कार चालक के लिए हर वर्ष पेट्रोल और अन्य मेंटेनेंस खर्चों के साथ-साथ इंश्योरेंस प्रीमियम भरना एक बड़ा खर्च साबित होता है। लेकिन आपको बता दें कि यदि थोड़ी सी समझदारी के साथ अपने इंश्योरेंस प्रीमियम के खर्च में बचत कर सकते हैं। जागरण डॉट कॉम की टीम ऐसे ही विकल्प के बारे में बताने जा रही है जिनकी मदद से आप प्रीमियम राशि कम कर सकते हैं।जरूरत पर ही करें नो क्लेम बोनस का इस्तेमाल:नो क्लेम बोनस वो डिस्काउंट होता है जो कि व्यक्ति को उसके मोटर Insurance के रिन्यूअल के दौरान प्रीमियम पर मिलता है। इसका मतलब यदि इंश्योरेंस लेने वाला व्यक्ति साल भर कोई भी इंश्योरेंस क्लेम नहीं करता तो कंपनी उसे नो क्लेम बोनस के रूप में बोनस देती है। अगर आप छोटे क्लेम करना नजरअंदाज कर देते हैं और छोटे रिपेयर्स का खुद भुगतान करते हैं तो रिन्युअल के समय आपको प्रीमियम भी कम मिलेगा। इसलिए जब भी आपकी गाड़ी डैमेज होती है तो रिपेयर के एक इस्टीमेट जरूर ले लें। अगर खुद से भुगतान की जाने वाली राशि क्लेम करने वाली राशि की तुलना में कम है तो उस स्थिति में आप क्लेम को नजरअंदाज कर सकते हैं।
छोटे डैमेज पर न दें ध्यान:यदि आपकी ओर से किए जाने Insurance क्लेम जैसे टेललाइट का टूटना या वाहन पर स्क्रैच को लेकर है तो बिना क्लेम किए अपने नो क्लेम को सुरक्षित रखें। उदाहरण के तौर पर अगर आपके मोटर ओन डैमेज का प्रीमियम 11,000 रुपए है और आपको नो क्लेम बोनस डिस्काउंट 35 फीसदी मिलनी है उस हिसाब से राशि 3,850 रुपए हुई। आपके लिए बेहतर होगा कि 3000 रुपए के रिपेयर कॉस्ट को नजर अंदाज करें।
खरीदें एड ऑन प्रोटेक्टर कवर: नो क्लेम बोनस (एनसीबी) को सुरक्षित रखने के लिए एक और तरीका है। इसमें आप एनसीबी प्रोटेक्टर के एड ऑन कवर खरीद सकते हैं। इसके लिए आपको एडिशनल Insurance प्रीमियम का भुगतान करना होगा। यह आपके एनसीपी को सुरक्षित रखेगा।रिपेयर नेटवर्क गैरेज पर ही कराएं:डैमेज रिपेयर कराने के लिए अपने वाहन को नेटवर्क गैरेज लेकर जाएं ऐसा करने से Insurance कंपनी आसानी से क्लेम का असेसमेंट कर लेती है। और यह आपके लिए सस्ता भी पड़ता है। वहीं दूसरी ओर यदि आप वाहन लोकल गैरेज में सुधरवाते हैं तो हो सकता है आपका वाहन कम पैसे में सुधर जाए, लेकिन हो सकता है कि इसमें से कुछ खर्च आपको उठाना पड़े। ऐसे में नेटवर्क गैरेज में रिपेयर न सिर्फ बेहतर बल्कि, सुविधाजनक भी है। साथ ही रिपेयर कॉस्ट जितनी कम होगी उतनी ही कम डैप्रिसिएशन राशि भी होगी।लॉन्ग टर्म मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी का लाभ उठाएं:बाजार में मिलने वाले प्रोडक्ट्स दो पहिया वाहन के लिए लॉन्ग टर्म इंश्योरेंस दो से तीन साल की कवरेज के साथ का विकल्प देता है। इसके साथ 24X7 की रोड एसिस्टैंस भी ऑफर करता है। अगर आप ऐसी पॉलिसी का चयन करते हैं तो न सिर्फ आप अपने वाहन को लंबे समय के लिए इंश्योर कर पाएंगे बल्कि मोटर प्रीमियम पर सिंगल ईयर पॉलिसी की तुलना में खर्चे पर भी बचत कर पाएंगे। साथ ही थर्ड पार्टी मोटर प्रीमियम और सर्विस टैक्स में बढ़ोत्तरी पॉलिसी पर किसी भी तरह का प्रभाव नहीं डालेगी।वॉलेंटरी डिडक्शन का करें चयन: अपने मोटर प्रीमियम को कम करने के लिए हायर वॉलन्टरी डिडक्टेबल कॉम्पोनेंट का चयन करें। डिडक्टेबल वो राशि है जो इंश्योरर क्लेम करते समय चुकाता है। इसके चलते इंश्योरर बैलेंस का भुगतान करता है। हायर वॉलन्टरी डिडक्टेबल का चयन करने से प्रीमियम पर डिस्काउंट मिलता है।