अंबाला पुलिस कमिश्नरी को लेकर विज और सुरजेवाला ट्विटर पर भिड़े !
अक्सर अपने ट्वीट बम के जरिए विरोधियोंं पर निशाना साधने वाले हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने इस पर अपनी ही सरकार पर ट्वीट बम फोड़ा है। जानेंं कैसे ?
चंडीगढ़, [वेब डेस्क]। अंबाला पुलिस कमिश्नरी को लेकर हरियाणा के दो दिग्गजों में ट्विटर वार छिड़ गया है।स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सुबह अपनी ही सरकार पर ट्विटर बम फोड़ा। इसी को लेकर कांग्रेस के प्रवक्ता सुरजेवाला ने लिखा कि खट्टर सरकार के मंत्री ही सरकार के नाकारापन की सच्चाई बयां कर रहे हैं।
बस फिर विज भी कहां पीछेे रहने वाले थे। उन्होंनेे सुरजेवाला के ट्वीट पर पलटवार किया और कहा कि यह कांग्रेस सरकार की ही देन है। और उनकी सरकार तो इसे ठीक करने में लगी है।अनुवाद : अंबाला पुलिस कमिश्न्नरी राज्य के खजाने पर बोझ है। जबकि कानून और व्यवस्था की स्थिति में कोई सुधार हो नहीं रहा। विज ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखाAmbala Police Commissionary is a burden on State exchequer without any improvement in law and order situation
— ANIL VIJ Minister (@anilvijminister) August 4, 2016
अनुवाद : इससे पहले अंबाला और पंचकूला के लिए सिर्फ 2 एसपी और 4 डीएसपी थे, जबकि अब 3 डीसीपी और 14 एसीपी हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और कैथल से विधायक रणदीप सुरजेवाला ने विज के इस ट्वीट पर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्री ही पुलिस और सरकार की नाकामी बयां कर रहे हैं।रणदीप सिंह सुरजेवाला ने लिखा-Previously there were only 2 SPs and 4 DSPs for Ambala & Panchkula Now 3 DCPs and 14 ACPs.
— ANIL VIJ Minister (@anilvijminister) August 4, 2016
विज का पलटवार - कांग्रेस की ही नाकामीखट्टर सरकार के मंत्री ही पुलिस की विफलता व सरकार के नाकारापन की सच्चाई बयां कर रहे हैं| pic.twitter.com/l0pVeoF9pM
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) August 4, 2016
विज भी कहांं पीछे रहने वाले थे उन्होंने रणदीप सुरजेवाला की ही पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी। विज ने कहा कि पुलिस कमिश्नरी बनाने का नासमझी का काम कांग्रेस केे ही राज में हुआ। भाजपा तो इसे ठीक करने में लगी है।
विज ने जवाब दिया-
@rssurjewala आपको बता दूं कि यह नासमझी वाला काम आपके राज ही में हुआ था । हम तो उसको ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं ।
— ANIL VIJ Minister (@anilvijminister) August 4, 2016
कानून व्यवस्था सरकार का एक अहम हिस्सा है। वहीं, राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर मनोहर सरकार विपक्षियों का लगातार निशाना बन रही है। ऐसे में सरकार केे एक वरिष्ठ मंत्री का भी पुलिस व्यवस्था पर सवाल उठाना एक बार फिर सरकार को विऱोधियों के निशानेे पर ला सकता है।