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जाट आंदोलन पंचायत चुनाव के बाद, अभी दिल्‍ली का भी घेराव नहीं

जाट आरक्षण आंदोलन अब हरियाणा व उप्र में पंचायत चुनाव के बाद होगा। रामायण गांव में अखिल भारतीय जाट संघर्ष समिति की महापंचायत में यह घोषणा की गई। दूसरी ओर, जाट संगठनों की जींद मेंपंचायत में फैसला किया गया कि 28 सितंबर से दिल्‍ल्‍ाी का घेराव अभी नहीं होगा।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Mon, 14 Sep 2015 10:04 AM (IST)
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जागरण्ा संवाददाता, हिसार/जींद। जाट आरक्षण आंदोलन अब हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के बाद होगा। इस संबंध में हिसार के रामायण गांव के पास हुई अखिल भारतीय जाट संघर्ष समिति की महापंचायत में यह घोषणा की गई। दूसरी ओर, 48 जाट संगठनों की जींद में हुई पंचायत में फैसला किया गया कि 28 सितंबर से किया जानेवाला दिल्ली का घेराव अभी नहीं होगा।

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अखिल भारतीय जाट संघर्ष समिति की महापंचायत हिसार-दिल्ली राजमार्ग के पास रामायण गांव में हुई। इसकी अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने की। इसमें घोषणा की गई कि हरियाणा व उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के बाद बैठक होगी और इसमें आंदाेलन का स्वरूप तय किया जाएगा।

हिसार में जाटों की महापंचायत में मौजूद लोग।

यशपाल मलिक ने कहा कि बैठक में फैसला किया जाएगा कि रेलव ट्रैक कब जाम किए जाएंगे और अन्य कदम कैसे और कब उठाने हैं। उन्होंने ऐलान किया कि रेल ट्रैक रोकने के साथ पानीपत रिफाइनरी से भी तेल की सप्लाई बंद की जाएगी और तेल के टैंकराें को रिफाइनरी में आने- जाने नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा सोनीपत और उत्तर प्रदेश से होकर दिल्ली का पानी भी बंद किया जाएगा।

हिसार में जाटों की महापंचायत में मौजूद लोग।

जाट नेताओं ने सांसद राज कुमार सैनी का भी राजनीतिक विरोध करने का एलान किया। रैली में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिकायत करने की भी बात कही गई। नेताओं ने मुख्यमंत्री पर जाट समुदाय में झगड़ा करवाने का आरोप लगाया।

जींद में हुई खापों व जाट संगठनाें की पंचायत

उधर जींद में विभिन्न खापों व जाट संघर्ष समिति की पंचायत हुई। इसमें जाट सभा के प्रधान आजाद सिंह पंवार ने घोषणा की कि प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनावों व अन्य परिस्थितियों को देखते हुए 28 सितंबर का दिल्ली घेराव स्थगित करने का फैसला किया गया है। इसमें संतोष दहिया, टेकराम कंडेला व नफे सिंह नैन भी मौजूद थे।

जींद में आयोजित पंचायत में मौजूद जाट नेता।

उन्होंने कहा कि इस संबंध में 27 सितंबर को शहीद भगत सिंह के जन्म दिन पर जींद में सभी खापों, संघर्ष समितियों व महासंघों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन के बाद सभी संगठनों की सहमति से आरक्षण को लेकर चलाए जाने वाले आंदोलन की घोषणा की जाएगी। पंचायत में देश-प्रदेश की 41 खापों, तीन महासंघ व चार संघर्ष समिति के पदाधिकारियों व कार्यकर्ता शामिल हुए।

नेताओं ने कहा कि जाट किसी भी जाति व वर्ग के आरक्षण के खिलाफ नहीं है, लेकिन आरक्षण का अपना हक पाने के लिए वे एक कदम भी पीछे नहीं हटेंगे। उनकी लड़ाई आरक्षण मिलने तक जारी रहेगी। जाट आरक्षण जाटों का अधिकार है तथा देश व प्रदेश की सभी खाप, जाट संगठन व संघर्ष समितियां एकजुट होकर अपने हकों की लड़ाई लड़ेगी।

जींद की पंचायत में मौजूद प्रतिनिधि।

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