अशोक तंवर ने हुड्डा पर साधे जमकर निशाने
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. अशोक तंवर ने कहा कि यहां मंगलवार को बिना नाम लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर जमकर तीर चलाए। उन्हाेंने जींद में आयोजित सभा में भाजपा पर जमकर हमले किए, साथ ही हुड्डा पर भी निशाने साधे।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Wed, 16 Sep 2015 10:49 AM (IST)
जागरण संवाददाता, जींद। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. अशोक तंवर ने कहा कि यहां मंगलवार को बिना नाम लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर जमकर तीर चलाए। उन्हाेंने 20 को दिल्ली में हाेने वाली कांग्रेस की रैली के सिलसिले में आयोजित सभा में भाजपा पर जमकर हमले किए, साथ ही हुड्डा पर भी निशाना साधने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि व्यक्ति की पहचान पद से नहीं, काम से होती है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने किसानों, मजदूरों व व्यापारियों की ताकत से केंद्र की मोदी सरकार को भूमि अधिग्रहण बिल वापस लेने के लिए मजबूर किया है। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नेतृत्व किया। उन्हाेंने लोगों से कहा कि इस जीत का जश्न मनाने के लिए आप सभी 19 की रात को ही दिल्ली पहुंच जाना। 20 को सभी इकट्ठे होकर जीत का जश्न मनाएंगे।यह भी पढ़ें : पंचायत चुनाव के लिए नामांकन शुरू, पहले दिन 56 ने भरे परचे उन्होंने अपने राजनीतिक विरोधियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि प्रदेश में सफेद मक्खी की तरह फैली अन्य बीमारियों को खत्म करने का वक्त आ गया है। प्रदेश की जनता भी पूरी तरह से इसका मन बना चुकी है। जरूरत बस हमें इकट्ठा रहकर मजबूती के साथ आगे बढ़ने की है। कांग्रेस में केवल दो ही नेता है, वे हैं सोनिया गांधी और राहुल गांधी, बाकी सब कार्यकर्ता है।
रैली में माैजूद लोग।
इस संघर्ष सम्मान सभा का आयोजन जींद की पुरानी अनाज मंडी में किया गया था। उन्होंने कहा कि बीजेपी पूंजीपत्तियों की समर्थक है, लेकिन कांग्रेस देश व प्रदेश में किसानों, मजदूरों, व्यापारियों व कर्मचारियों के हितों पर कभी कुठाराघात नहीं होने देगी।यह भी पढ़ें : पंचायत चुनाव : सभी दल लगाएंगे पूरा जोर, रणनीति को दिया अंतिम रूप उन्होंने कहा कि भाजपा के एक साल के शासन से देश व प्रदेश की जनता ऊब चुकी है। प्रदेश में किसानों की लगातार तीन फसलें खराब होने से किसान बर्बादी के कगार पर हैं। प्रदेश में भयंकर बिजली व पानी संकट है। गांवों में तो दिन भर में बड़ी मुश्किल से आधा घंटा बिजली मिल पाती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पंचायत चुनावों की शुरूआत हो चुकी है तथा अपनी संभावित हार को देखते हुए पार्टी चिन्ह पर चुनाव लड़ने का दावा करने वाली भाजपा अब अपनी बातों से भाग रही है। कांग्रेस ने कभी पार्टी के निशान पर चुनाव लड़ने की बात नहीं की, भाजपा व इनेलो ही पार्टी चिन्ह पर चुनाव लड़ने की बात करती थी। जो भी पार्टी का झंडा उठाकर चुनाव लड़ेगा, वही कांग्रेस का ही उम्मीदवार होगा।अब तो लोन पर भी देना पड़ता है टैक्स : किरण कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी ने कहा अच्छे दिनों का वादा कर देश व प्रदेश में सत्ता में आई भाजपा सरकार के शासनकाल में अब तो लोन पर भी एक प्रतिशत टैक्स देना पड़ता है। देश व प्रदेश के इतिहास में ऐसा शायद पहली बार देखने को मिला है कि किसी से कर्ज पर टैक्स वसूला जाता हो। उन्होंने कहा कि चुनावों के दौरान भाजपा ने बेरोजगारी भत्ता, दो हजार रुपये बुढापा पेंशन, 24 घंटे बिजली पानी, भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने सहित 150 वादे किये थे, परंतु सत्ता में आने के बाद भाजपा अभी तक एक भी वादा पूरा नहीं कर पाई है। उन्होंने भी कहा कि कांग्रेस में केवल राहुल व सोनिया ही नेता है, बाकी तो सब कार्यकर्ता है। उन्होंने कहा, जो काम करता है, वह हमेशा नजर आता है, संघर्ष कभी व्यर्थ नहीं जाता है। कांग्रेस की रैली में मौजूद लोग।मंच पर दिखी नाराजगी, हुड्डा समर्थकों ने बनाई दूरी पुरानी अनाज मंडी में आयोजित संघर्ष सम्मान रैली के मंच पर पार्टी नेता अशोक तंवर व किरण चौधरी को सम्मानित करते हुए स्थानीय कांग्रेस नेताओं में एक दूसरे के प्रति नाराजगी देखने को मिली। कांग्रेस अध्यक्ष व विधायक दल की नेता के सम्मान के लिए जगह नहीं मिलने पर एक स्थानीय कांग्रेस नेता उन्हें बिना सम्मानित किए वापस चल पड़ा, बाद में पार्टी नेताओं के बुलावे पर वह वापस अाए व सम्मान की औपचारिकता पूरी की। पार्टी के नवनियुक्त पदाधिकारियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित इस रैली के पंडाल तथा मंच पर हुड्डा समर्थक कोई भी नेता नजर नहीं आया। रैली के मंच से वक्ताओं ने भले ही हुड्डा का नाम नहीं लिया गया हो लेकिन जींद के पिछड़ेपन के बहाने उन पर जमकर निशाना साधा गया। स्थानीय नेताओं का कहना था कि अब तक के नेताओं ने जींद को रैली स्थल बनाकर रख दिया था। यहां से नेता बनने के बाद किसी ने जींद के विकास की तरफ ध्यान नहीं दिया। याद रहे भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने से पहले चौटाला के शासनकाल में कंडेला कांड के बाद जींद के कंडेला गांव से दिल्ली तक की पैदल यात्रा की थी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।