आरक्षण आंदोलन को लेकर खुद उलझे जाट, कंडेला खाप दो फाड़
जींद में कंडेला व नौगामा खाप की पंचायतें बुलाई गईंं। इस दौरान दोनों पंचायतों में खूब हंगामा हुआ। कंडेला खाप केे आधे गांवों ने तो खाप से अलग होने का ऐलान कर दिया।
By Test1 Test1Edited By: Updated: Mon, 27 Jun 2016 02:28 PM (IST)
जागरण संवाददाता, जींद। यहां कंडेला व नौगामा खाप की पंचायतें बुलाई गईंं। बताया जाता है कि दोनों ही पंचायतें प्रधान की अनुमित के बिना बुलाई गई थीं। इस दौरान दोनों पंचायतों में खूब हंगामा हुआ। हंगामे के बाद कंडेला खाप में आने वाले आधे गांवों ने अपनी अलग खाप बनाने का ऐलान कर दिया। कंडेला खाप में 28 गांव आते हैं।
कंडेला खाप की पंचायत गांव के ही सरकारी स्कूल में बुलाई गई थी। बैठक में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान खाप के प्रधान टेकराम कंडेला के बयानों को लेेकर हंगामा हो गया। देखते ही देखते हंगामा इतना बढ़ गया कि पंचायत दो गुटों में बंट गई और खाप के आधे गांवों ने अलग होने का ऐलान कर दिया।पढ़ें : जाट आरक्षण : फिर से आंदोलन की चेतावनी के साथ घरों को लौटे जाट टेकराम ने किया अपमान : समुद्र सिंह
बवाल के बाद कंडेला से जुड़े 14 माजरा गांव के लोगों ने अपनी अलग आपातकालीन बैठक जाट धर्मशाला में बुलाई। बैठक के बाद समुद्र सिंह निर्जन ने पत्रकारों को बताया कि जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान कंडेला खाप के जाट आंदोलन में लगे हुए थे। इस दौरान खाप के प्रधान टेकराम कंडेला ने सरकार और नेताओं के साथ मिलकर एक जाति विशेष के खिलाफ गलत बयानबाजी की। साथ ही 14 माजरा गांवों के लोगों से भी अभद्र व्यवहार किया।माजरा गांवों की महापंचायत 3 को
अब 14 माजरा गांव के लोगों ने 3 जुलाई को हैबतपुर गांव के स्कूल में महापंचायत बुलाई है। इसमें 14 माजरा के गांव कंडेला खाप से अलग होकर अपनी अलग खाप का गठन करेंगे। पंचायत में 14 माजरा से अलग किए गए गांव रधाना को भी बुलाया जाएगा।पढ़ें : दहिया खाप ने जाट आरक्षण संघर्ष समिति की मंशा पर उठाए सवाल खाप को किया जाएगा मजबूत : टेकरामहंगामे के बाद कंडेला खाप के प्रधान टेकराम कंडेला ने कहा कि खाप को मजबूत करने के लिए खाप की कार्यकारिणी में हर गांव से 36 बिरादरी के अच्छे, सभ्य, नैतिक व सामाजिक व्यक्तियों को जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि खाप से संबंधित मसलोंं को भाईचारे से सुलझाया जाएगा।
कंडेला खाप में आने वाले 28 गांव जीतगढ़, रूपगढ़, झांझकलां, झांझखुर्द, जुलानी, अमरेहड़ी, हैबतपुर, गुरुतेग बहादुर, निर्जन, मांडी, खोखरी, पिंडारा, असरफगढ़, पाथरी गांव 14 माजरा में आते हैं। वहीं, कंडेला खाप में गांव शाहपुर, कंडेला, कैरखेड़ी, अहिरका, दालमवाला, बोहतवाला, रायचंद वाला, श्रीराग खेड़ा, खेड़ी, तलौडा, जीवनपुर, मनोहरपुर, खुंगा, और बरसाना शामिल हैंं।पढ़ें : जाट आंदोलन को महम चौबीसी और बड़सर खाप का समर्थन
नौगामा खाप पंचायत में भी हंगामा उधर, आरक्षण के मुद्दे को लेकर यशपाल गुट के नेता महेंद्र जागलान और कैप्टन भूपेंद्र की ओर से बुलाई गई नौगामा खाप की पंचायत भी हंगामेदार रही। बैठक में खाप के प्रधान कुलदीप ढुल ने कहा कि यह पंचायत खाप ने नहीं बल्कि एक व्यक्ति विशेष ने बुलाई है। बिना प्रधान की अनुमति के पंचायत बुलाने का अधिकार किसी को नहीं है।मलिक जाटों को बहका रहे हैं : पंवार जाट धर्मशाला के प्रधान और जाट संघर्ष समिति के पूर्व संरक्षक आजाद सिंह पंवार ने जाट धर्मशाला में पत्रकारों को कहा कि उन्हें विश्वास है कि अदालत से न्याय मिलेगा। साथ ही उन्होंने यशपाल मलिक भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यशपाल मलिक हरियाणा के जाटों को बहकाने में लगे हैं।हरियाणा की राजनीति से संबंधित अन्य ख़बरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
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