बहादुरी की 'रानी', अपने साथ बचाई 8 लोगों की जान
मात्र 15 साल की रानी नेबहादुरी से न सिर्फ अपनी बल्कि 8 और लोगों की जान बचाई। जानें कैसे ?
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Sun, 04 Sep 2016 05:13 PM (IST)
कैथल, [सुरेंद्र सैनी]। हर रोज की तरह रानी अपने दोस्तों के साथ गुरुकुल में सो रही थी। रात्रि दो बजे अचानक उसे अपनी दोस्त श्रुति के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। उसने झट से बिस्तर से उठकर लाइट आॅन की तो देखा कि श्रुति की टांग पर सांप लिपटा हुआ है। श्रुति ने हिम्मत दिखाते हुए सांप को नीचे जमीन पर गिरा दिया।
जमीन पर गिरते ही सांप कमरे में रखी अलमारी के नीचे घुस गया। इतने बड़े सांप को देख सब घबरा गए, लेकिन रानी ने हिम्मत नहीं हारी और आठ सहपाठियों की जिंदगी को देखते हुए कमरे में रखे डंडे को उठा सांप से भिड़ गई। जब तक सांप मर नहीं गया तब तक वे उस पर डंडे बरसाती रही।पढ़ें : जब 10 हजार अफगानों से भिड़ गए थे 21 सिख सैनिक
सांप के मरने के बाद सभी लड़कियों के चेहरे एक मुस्कान दिखाई दी।' यह मंजर है उस बरसात भरी रात का, जब सजुमा गांव के आर्ष कन्या गुरुकुल में भयानक सांप घुस गया और दो छात्रों का डंस गया। बिहार की बहादुर बेटी रानी ने खुद की जिंदगी को आठ सहपाठियों की जान बचाने के लिए दांव पर लगा दिया। वह महज 15 साल की है। 9वीं कक्षा की छात्रा रानी ने बहादुरी का परिचय देते हुए जहरीले सांप करैत को मार डाला। वहींं, जहरीले सांप के काटने से बेसुध हुई रानी व श्रुति को शहर के शाह अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। दोनों ही छात्राएं अस्पताल से वापस गुरुकुल लौट गई है। हालांकि अभी दोनों चलने-फिरने में असमर्थ हैं। सहपाठी छात्राओं का सहारा लेकर चलती हैं, लेकिन दोनों के चेहरे पर एक विजयी मुस्कान है।
पढ़ें : विज की हुड्डा को नसीहत, सीबीअाइ जांच का स्वागत करें पूर्व सीएम सहपाठी छात्रा का सहारा लेकर गुरुकुल कार्यालय के कमरे तक आई रानी ने बताया कि उसे इस बात की खुश है कि वह आठ सहपाठी छात्राओं की जिंदगी बचाने में सफल हुई। खुद को सांप के काटने का दुख कम, सहपाठी छात्राओं की जिंदगी बचाने की खुशी ज्यादा है।वहीं दूसरी बच्ची श्रुति ने बताया कि पहले रानी को सांप ने काटा। इसके बाद बिस्तर पर लेटी अन्य छात्राओं के ऊपर से होते हुए सांप उसकी टांग पर आ लिपटा। टांग पर कोई ठंडी वस्तु के लगने के एहसास से उसकी नींद खुल गई। जब उसने हाथ लगाया तो सांप था। कमरे में अंधेरा होने के कारण वह जोर से चिल़्लाई तो रानी ने आवाज दी और फूर्ति से लाइट जलाकर सांप को मार गिराया।पढ़ें : कांग्रेस की गुटबाजी और सीबीआइ के शिकंजे में उलझ न जाएं हुड्डा सुभाषचंद्र बोस के ड्राइवर रहे प्रेम प्रकाश के डंडे से मारा जहरीला सांपगुरुकुल की आचार्या लक्ष्मी भारती ने बताया कि वह रानी की बहादुरी को सलाम करती है। उसने सबसे जहरीले सांप को मारकर यह साबित कर दिया है कि चाहे कितनी भी बड़ी मुसीबत क्यों न आ जाए बेटियां हिम्मत नहीं हारती बल्कि मुसीबत का डटकर सामना करती हैं। रानी की इस बहादुरी से दूसरी बेटियों का हौसला भी बढ़ा है। पढ़ाई में भी रानी काफी अव्वल है। भारती ने बताया कि रानी ने जिस डंडे से जहरीले सांप को मारा है, वह डंडा आजादी के नायक सुभाष चंद्र बोझ के ड्राइवर रहे स्वतंत्रता सेनानी प्रेम प्रकाश का था। प्रकाश सिंह मेरे दादा थे। तीन साल पहले उनका देहांत हो गया। डंडा, भाला, चरपाई सहित अन्य सामान उनका यहां आश्रम में ही रखा है। अकसर वे बेटियों को स्वतंत्रता संग्राम के बारे बताते थे।पढ़ें : हरियाणा में खुलेंगे रोजगार के द्वार, रोडवेज में होगी 3300 से अधिक भर्तियांसरकार से करेंगे बात : धीरेंद्र बहादुर बेटी रानी का हौसला बढ़ाने के लिए गुरुकुल पहुंचे भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र क्योड़क व राकेश सैनी ने बताया कि रानी ने आठ लड़कियों की जिंदगी को बचाकर एक बड़ा कारनामा किया है। वे रानी के इन प्रयासों की सराहना करते हैं। इस बहादुर बेटी को राज्य व जिला स्तर पर सम्मानित करने के लिए सरकार व प्रशासन से मांग करेंगे। इसके साथ-साथ गुरुकुल में जो कमियां हैं उन्हें दूर करवाने के लिए भी मांग की जाएगी।हरियाणा की ताजा और बड़ी ख़बरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
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