Eid Mubarak 2020: ये दिलों में समाई मुहब्बत की ईद है, यहांं सिख व हिंदुुुुओं ने बढ़ा दी त्योहार की मिठास
Eid Mubarak 2020 करनाल में हिंदू और सिख समाज के लोगों ने मिसाल पेश की। ईद मनाने के लिए मुस्लिम समाज के लोगों के लिए दूध का पर्याप्त स्टॉक जुटाया।
By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Mon, 25 May 2020 09:30 AM (IST)
करनाल [पवन शर्मा]। क्या हुआ, जो इस बार ईद की खुशियों पर लॉकडाउन का साया मंडरा रहा है। मोहब्बत पर तो कोई पहरा नहीं है, लिहाजा इसे तो जी भरकर लुटाया ही जा सकता है। करनाल में हिंदू और सिख समाज के लोगों ने यही मिसाल पेश की है। दरअसल, इस बार मुस्लिम रोजेदार परेशान थे कि तमाम पाबंदियों के कारण ईद के त्योहार पर बनने वाली खास किस्म की शीर के लिए पर्याप्त मात्रा में दूध कहां से जुटाएंगे? हिंदू व सिख समाज के लोगों को यह पता चला तो उन्होंने अपनी डेरियों में रखे गाय के दूध का बड़ा स्टॉक आगे कर दिया। मौजूदा हालात को लेकर गहरे असमंजस और परेशानियों से जूझ रहे मुस्लिम समाज के लोगों ने यह अनूठी सौगात ली तो आपसी मोहब्बत और खुलूस का दरिया बह उठा। सबने एक स्वर से दोहराया कि चाहे कुछ भी क्यों न हो जाए, दिलों में समाया अपनेपन का यह जज्बा कभी कम न होने देंगे।
दरअसल, ईद-उल-फितर पर मुस्लिम परिवारों में शीर सहित खालिस दूध से बनने वाले कई लजीज पकवान अनिवार्य रूप से बनाए जाते हैं। मगर, लॉकडाउन में लागू पाबंदियों के चलते कई परिवारों को पर्याप्त मात्रा में दूध जुटाने में मुश्किल पेश आने लगी। इसी बीच, यह बात जैसे ही हरियाणा राज्य हज कमेटी के समन्वयक खुर्शीद आलम को पता चली तो उन्होंने बातों-बातों में अपने कुछ हिंदू और सिख परिचितों से समस्या साझा की। फिर क्या था, दोनों समुदाय के लोगों ने मुस्लिम समाज के परिवारों के लिए पर्याप्त मात्रा में दूध जुटाने की बकायदा मुहिम शुरू कर दी। देखते ही देखते कई क्विंटल दूध का स्टॉक एकत्र कर लिया गया। खुर्शीद आलम सहित हाजी सैयद मोहम्मद हामिद अली, कारी रशीद राव, डा. अजमत उल्लाह खान, यूसुफ त्यागी, नसीम अहमद सैफी आदि ने यह दूध मुस्लिम समाज के जरूरतमंद लोगों के घर-घर पहुंचाया।
खुशी-खुशी लिया गाय का दूध
नेक मुहिम का बेहद सकारात्मक और अनुकरणीय पहलू यह रहा कि, जिले के सौकड़ा, तरावड़ी, पुरानी नीलोखेड़ी सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बसे ज्यादातर पंजाबी-सिख परिवारों ने मुस्लिम समुदाय के लोगों को खास तौर पर गाय का दूध भेंट किया, जिसे उन्होंने खुशी-खुशी स्वीकार किया। यही नहीं, जब उन्हेंं पता चला कि मुस्लिम समुदाय के जिम्मेदार इतना दूध ईद पर गरीब असहाय परिवारों की मदद के लिए जुटा रहे हैं तो उन्होंने छुआरे, बादाम, गोले, सेवइयां, चावल और चीनी आदि सामान भी दिया, ताकि लॉकडाउन के पहरे के बावजूद मुस्लिम समाज के घर-घर में बनने वाली शीर में इस बार मोहब्बत की मिठास भी घुल सके।
ये बने भागीदार
राज्य हज कमेटी के समन्वयक खुर्शीद आलम ने बताया कि ईद की मिठास दोगुना करने वालों में सरदार निरंजन सिंह सौकड़ा, गुरलाल सिंह, लाडा सिंह, पंजाब सिंह, सरदार जोगेंद्र सिंह, बलदेव सिंह, अमरेंद्र सिंह सहित पंडित यश शर्मा, सीटू शर्मा, अमित शर्मा प्रमुख रहे। सबने मुस्लिम समाज के लोगों से कहा कि, वे ईद पर शीर खाने आएंगे तो मुस्लिम समाज के लोगों ने भी इस बार त्योहार की मिठास बढ़ाने के लिए दिल की गहराइयों से उनका शुक्रिया अदा किया।
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