हरियाणा में खनन घोटाला, 70 रुपये की स्टांप ड्यूटी पर 250 करोड़ का ठेका
हरियाणा में खनन ब्लॉक अलॉटमेंट में बड़ा घोटाला सामने आया है। यहां मात्र 70 रुपये की स्टांप ड्यूटी पर 250 करोड़ का खनन कार्य अलॉट कर दिया गया।
By Test1 Test1Edited By: Updated: Thu, 07 Jul 2016 03:30 PM (IST)
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा में खनन का काम शुरू होते ही करोड़ों रुपये की स्टांप ड्यूटी की चोरी का मामला पकड़ में आया है। अधिकारियों ने सात कंपनियों को बिना स्टांप ड्यूटी लिए खनन करने की इजाजत दे दी है। 250 करोड़ रुपये के खनन के काम का आवंटन मात्र 70 रुपये की मामूली फीस लेकर कर दिया गया है। इन कंपनियों ने तहसीलदारों की मदद से करीब साढ़े 7 करोड़ रुपये के राजस्व की चोरी की है।
स्टांप ड्यूटी का भुगतान नहीं करने का यह मामला अकेले महेंद्रगढ़ जिले का है। वहां के नायब और तहसीलदारों ने इन कंपनियों की खनन कार्य संबंधी लीज डीड एग्रीमेंट में रजिस्टर्ड कर दी है, जो अवैध है। महेंद्रगढ़ के डीसी संजीव वर्मा ने राजस्व एवं आपदा प्रबंधन तथा चकबंदी विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा को रिपोर्ट भेजकर अफसरों तथा खनन माफिया की मिलीभगत को उजागर किया है।पढ़ें : बेवजह दफ्तर में बैठा रहा कर्मचारी, विज ने किया सस्पेंड करीब 100 करोड़ की स्टांप चोरी की आशंका
सरकार को भेजी रिपोर्ट में करीब 100 करोड़ रुपये की स्टांप चोरी की आशंका जताई गई है। जांच कराने की स्थिति में लीज डीड के दस्तावेज लीज की बजाय एग्रीमेंट में रजिस्टर्ड करने के मामले भिवानी, यमुनानगर, अंबाला, सोनीपत और पानीपत जिलों में भी उजागर हो सकते हैं। लीज डीड पर 3 प्रतिशत की दर से स्टांप ड्यूटी वसूल किए जाने का प्रावधान है, जबकि नायब तहसीलदारों व तहसीलदारों ने एक लीज डीड मात्र 10 रुपये की फीस लेकर कर दी।14 माह के भीतर हुई सभी रजिस्ट्रेशन
लीज डीड के दस्तावेज लीज की बजाय एग्रीमेंट में रजिस्टर्ड करने के मामले 20 नवंबर 2014 से 18 जनवरी 2016 के बीच के हैैं। महेंद्रगढ़ के डीसी संजीव वर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक कुल 7 करोड़ 56 लाख 2 हजार 61 रुपये की स्टांप चोरी हुई है।पढ़ें : हरियाणा में कांग्रेसियों का नया नारा- 'ऊपर भोले नाथ, नीचे कमलनाथ' रजिस्ट्री नंबर और डेट - स्टांप चोरी की राशि - अधिकारी का नाम 1. रजिस्ट्री नंबर 3630 (24.11.2014) - 58,35,367 - सब रजिस्ट्रार नारनौल ओमप्रकाश2. रजिस्ट्री 3790 (5.12.2014) - 10,90,115 - सब रजिस्ट्रार नारनौल रत्तन सिंह जांगड़ा3. रजिस्ट्री 3789 (5.12.2014) - 43,88,177 - सब रजिस्ट्रार नारनौल रत्तन सिंह जांगड़ा4. रजिस्ट्री 4232 (5.1.2015) - 1.50 लाख - सब रजिस्ट्रार नारनौल (महेंद्रगढ़ का अतिरिक्त चार्ज) रत्तन सिंह जागड़ा5. रजिस्ट्री 1564 (30.7.2015) - 5,02,42,023 - सब रजिस्ट्रार नारनौल रत्तन सिंह6. रजिस्ट्री 1875 (24.11.2015) - 1,02,76,905 - सब रजिस्ट्रार नांगल चौधरी आजाद सिंह भौरिया7. रजिस्ट्री 4097 (18.1.2016) - 36,19,476 - सब रजिस्ट्रार नारनौल ईश्वर सिंहइस तरह से पकड़ में आया मामला महेंद्रगढ़ के भाखरीजा खान में मदन एसोसिएट्स की ओर से लीज रजिस्टर कराने की अर्जी देने के बाद इस पूरे घपले का खुलासा हुआ है। उसने प्लेन पेपर पर बिना स्टांप ड्यूटी लीज डीड रजिस्टर करने का आग्रह किया था। उसके द्वारा महेंद्रगढ़, भिवानी, पंचकूला, यमुनानगर और सोनीपत में इसी तरह से हुई रजिस्ट्री के कागज पेश करने पर मामला पकड़ में आया।पढ़ें : गाने में जाति विशेष पर टिप्पणी कर फंस गई रागिनी गायिका सपना डिस्ट्रिक्ट अटार्नी की राय के बाद तैयार की रिपोर्ट महेंद्रगढ़ के निचले अधिकारियों ने ओम मिनरल्स बनाम स्टेट आफ हरियाणा केस नंबर 7991-2014 के एक फैसले के आधार पर लीज डीड को एग्रीमेंट में चिह्नित कर रजिस्टर किया है। डीसी ने मामला पकड़ में आने के बाद जिला अटार्नी से राय ली। जिला अटार्नी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ओम मिनरल्स के केस का फैसला अलग है और अन्य मामलों में लागू नहीं होता। मगर अधिकारियों व कंपनियों ने इसी फैसले को आधार बनाकर स्टांप चोरी की है।चार सब रजिस्ट्रार के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश सरकार के पास पहुंची रिपोर्ट में महेंद्रगढ़ जिले के सब रजिस्ट्रार नारनौल ओमप्रकाश, रत्तन सिंह जांगड़ा व ईश्वर सिंह सहित सब रजिस्ट्रार नांगल चौधरी आजाद सिंह भौरिया के खिलाफ अनुशासनात्मक व आपराधिक कार्रवाई की सिफारिश की गई। साथ ही सुझाव दिया गया कि पूरे राज्य में ऐसे मामलों की जांच से करोड़ों रुपये की राजस्व चोरी का पर्दाफाश संभव है।दोषियों पर कार्रवाई करेंगे : सैनी खनन मंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि महेंद्रगढ़ जिले में हुई गड़बड़ी के बारे में अभी उन्हें पता नहीं है। वे इस पूरे मामले की रिपोर्ट लेकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। हरियाणा की ताजा और बड़ी ख़बरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
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