तबादलों के लिए तैयार रहें हरियाणा के 49 हजार पीआरटी और टीजीटी
हरियाणा में जल्द ही 49 हजार प्राइमरी और ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर के ऑनलाइन तबादले किए जाएंगे। इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। प्रदेश में करीब साढ़े 10 हजार पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) के तबादलों के बाद अब 49 हजार प्राइमरी (पीआरटी) और ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (टीजीटी) के ऑनलाइन तबादले किए जाएंगे। शिक्षा विभाग ने प्राइमरी शिक्षकों (पीआरटी) के तबादलों के लिए वेबपोर्टल तैयार कर लिया है। तबादलों की प्रक्रिया किसी भी समय शुरू की जा सकती है। टीजीटी के तबादले प्राइमरी शिक्षकों (पीआरटी) की ऑनलाइन तबादला प्रक्रिया पूरी होने के बाद होंगे।
एक क्लिक पर होने वाले इन तबादलों से भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में काफी हद तक मदद मिलेगी। अलबत्ता हर शिक्षक को उसकी पसंद के मुताबिक नए स्टेशन मिलने की संभावनाएं बढ़ गई हैैं। बता दें कि प्रदेश में करीब 14 हजार पीजीटी हैैं, जिनमें से तबादलों के लिए 11 हजार ने आवेदन किया था। तीन हजार पीजीटी ऐसे हैैं, जिनकी एक स्थान पर पोस्टिंग को पांच साल पूरे नहीं हुए थे। ऐसे शिक्षक तबादलों की श्रेणी में नहीं आते। 11 हजार पीजीटी में से साढ़े नौ हजार के तबादले हो चुके हैैं, जबकि 400 शिक्षक ऐसे हैैं, जिन्होंने तबादलों के लिए विकल्प नहीं भरे थे। 753 शिक्षकों को गलत स्टेशन अलॉट हो गए थे। शिक्षा विभाग इन खामियों को दूर करने में जुटा हुआ है।
प्रदेश में करीब 29 हजार जेबीटी और 20 हजार टीजीटी शिक्षक कार्यरत हैैं। जेबीटी कक्षा एक से पांच तक और टीजीटी कक्षा छह से आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाते हैैं। पीजीटी के जिम्मे कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यार्थी आते हैैं। जेबीटी शिक्षकों के ऑनलाइन तबादलों के लिए वेबपोर्टल तैयार किया जा चुका है। शिक्षा विभाग के अधिकारी रविवार को भी निदेशालय में वेबपोर्टल को अंतिम रूप देने में जुटे रहे।
प्राइमरी स्कूलों में करीब 5800 गेस्ट टीचर भी कार्यरत हैं, लेकिन इन पोस्ट के विरुद्ध तबादले नहीं हो रहे हैं। गेस्ट टीचर 2005 से कार्य कर रहे हैैं। पिछले 11 सालों से एक ही स्थान पर जमे होने के बावजूद उनके तबादले मुश्किल लग रहे हैैं। शिक्षा विभाग अभी तक करीब 400 स्कूल या तो बंद कर चुका या फिर अन्य स्कूलों में उन्हें मर्ज किया जा चुका है, लेकिन वेबसाइट पर इन स्कूलों को ओपन दिखाया हुआ है, जिस कारण शिक्षकों में तबादलों के विकल्प भरते समय गफलत पैदा हो सकती है।
प्रदेश में भाषा (सी एंड वी) शिक्षकों को मिलाकर करीब 20 हजार टीजीटी हैैं, लेकिन हिंदी, गणित और सामाजिक विज्ञान के शिक्षकों की पोस्ट सरप्लस होने के कारण तबादलों में दिक्कतें आ सकती हैैं। शिक्षा विभाग अगस्त माह में तबादला प्रक्रिया को पूरी करने का टारगेट लेकर कार्रवाई करने में जुटा हुआ है।
अब प्राइमरी शिक्षकों के होंगे तबादले
शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास का कहना है कि पीजीटी की तबादला प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। जो मामूली खामियां थी, उन्हें दूर किया जा रहा है। अब जेबीटी और टीजीटी के तबादलों की प्रक्रिया शुरू होगी। ऑनलाइन तबादला प्रक्रिया के तहत मनचाहे स्टेशनों का विकल्प चुनने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों की जल्दी ही उनकी मर्जी पूछी जा सकती है। यह प्रयोग बेहद कामयाब रहा है।
भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं बची
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि ऑनलाइन तबादले सरकार की पारदर्शी व्यवस्था का मजबूत उदाहरण हैैं। हमने कोई सिफारिश नहीं मानी। एक क्लिक पर साढ़े दस हजार तबादले होना बड़ी बात है। भ्रष्टाचार की कहीं कोई गुंजाइश नहीं रही। शिक्षा विभाग के अफसरों ने मुझे बताया कि करीब 200 से 400 शिकायतें आई हैैं, जिनकी खामियों को जल्द दूर कर लिया जाएगा।
जरूरतमंदों को हमने राहत भी दी
शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा का कहना है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हरियाणा में पारदर्शी तबादला नीति तैयार की गई है। किसी को चक्कर काटने की जरूरत नहीं। आनलाइन विकल्प भरने से तबादले हो जाएंगे। शिक्षकों को मनचाहे स्टेशन मिलेंगे। हमने जरूरतमंद और पात्र शिक्षकों को राहत भी दी है। प्रक्रिया को निरंतर जारी रखा जाएगा।
गेस्ट टीचर्स के विरुद्ध अलाट किए जाएं स्टेशन
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा प्रदेश महासचिव दीपक गोस्वामी,का कहना है कि वह चाहते हैं कि गेस्ट टीचर्स के विरुद्ध भी नियमित शिक्षकों को तबादलों में स्टेशन अलाट किए जाने चाहिएं। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे।