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शहीद मेजर अनुज सूद को पिता ने दी मुखाग्नि, कभी फफक कर रोई तो कभी एकटक देखती रही पत्नी

हंदवाड़ा में शहीद मेजर अनुज सूद का पार्थिव शरीर उनके आवास पर लाया गया। जहां परिवार व अन्य लोगों ने शहीद के अंतिम दर्शन किए। इसके बाद मनीमाजरा में उनका अंतिम संस्कार किया गया।

By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Tue, 05 May 2020 12:13 PM (IST)
शहीद मेजर अनुज सूद को पिता ने दी मुखाग्नि, कभी फफक कर रोई तो कभी एकटक देखती रही पत्नी
पंचकूूला [राजेश मलकानियां]। जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में हुई आतंकी मुठभेड़ में शहीद मेजर अनुज सूद का पार्थिव शरीर मंगलवार सुबह उनके पंचकूला स्थित आवास पर पहुंचा। ताबूत में तिरंगे से लिपटा पति का शव देखकर पत्नी आकृति फूट-फूट कर रो पड़ी। कभी वह एकटक पति को देखती तो कभी फूट-फूट कर रो पड़ती। मेजर सूद के पिता रिटायर्ड ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद ने बेटे के पार्थिव शरीर को कंधा दिया और फिर मुखाग्नि भी उन्होंने ही दी। शहीद अनुज की शादी दो वर्ष पूर्व हुई थी। उनका अभी कोई बच्चा नहीं था।

शहीद मेजर अनुज सूद की यूनिट से भी अधिकारी व जवान शहीद के पार्थिव शरीर के साथ उनके घर पहुंचे।  पार्थिव शरीर के घर पहुंचते ही शहीद के परिजन फफक फफक कर रोने लगे। शहीद मेजर अनुज सूद लॉकडाउन खत्म होते ही घर आने वाले थे, लेकिन पहुंची तो उनकी शहादत की खबर। शहीद मेजर अनुज सूद ने पिता व परिवार से लॉकडाउन के खत्म होने पर 3 मई को छुट्टी लेकर घर आने का वादा किया था।

फ़ौलाद का सीना लिए वीर सपूत मेजर अनुज के पिता ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद ने कहा कि अनुज मेरा नहीं, देश का बेटा था, देश के लिए शहीद हो गया। अनुज सूद का पार्थिव शरीर आज पंचकूला स्थित अमरावती एन्क्लेव में उनके आवास पर पहुंचा तो हर कोई शहीद के अंतिम दर्शन के लिए अपने घरों से बाहर आ गया। शहीद इसके बाद मनीमाजरा स्थित श्मशान घाट में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया, जहां पिता ने शहीद को मुखाग्नि दी।

पति के पार्थिव शरीर के पास पत्नी।

बता दें, जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में स्थानीय बंधकों को छुड़ाने में सेना की राष्ट्रीय राइफल के कमांडिंग अधिकारी कर्नल आशुतोष शर्मा और मेजर अनुज सूद समेत 5 जवान शहीद हो गए। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में हंदवाड़ा के चंगीमुल्ला इलाके में एक मकान में आतंकवादियों द्वारा कुछ नागरिकों को बंधक बनाए जाने की खुफिया सूचना मिलने के बाद सेना तथा जम्मू व कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाया था।

श्मशान घाट में पार्थिव शरीर लाते सेना के जवान।

इसकेे बाद आर्मी द्वारा मौके पर पांच सैन्य और पुलिस कर्मियों की टीम नागरिकों को छुड़ाने के लिए आतंकवादियों के कब्जे वाले इलाके में घुसी और नागरिकों को सफलतापूर्वक बचा लिया गया। 18 घंटों तक चली इस आतंकी मुठभेड़ में सेना ने लश्कर ए तैयबा के शीर्ष कमांडर हैदर समेत दो पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया।

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