सोनाली फोगाट और सपना चौधरी का मुकाबला, ममता का हुड्डा प्रेम, पढ़ें हरियाणा की और भी रोचक खबरें
सोनाली फोगाट का इन दिनों एक नया गाना आया है जिसका नाम है अफीम। इंटरनेट मीडिया पर इसे खूब हिट मिल रहे हैं। वहीं सपना चौधरी भी क्लिप डालकर इंटरनेट मीडिया पर अपने प्रशंसकों को लुभा रही है।
By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Thu, 13 May 2021 09:29 PM (IST)
चंडीगढ़ [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा भाजपा की तेजतर्रार नेत्री बिग बास फेम सोनाली फोगाट का हाल ही में एक गाना आया है, जिसका नाम अफीम है। मायानगरी मुंबई में कुछ फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त सोनाली फोगाट आजकल काफी व्यस्त हैं। मुंबई में वह अपने आडू के बाग को काफी मिस करती हैं। अफीम नामक गाने की एलबम में सोनाली फोगाट नए अवतार में नजर आ रही हैं।
सोनाली फोगाट को अपनी पुरानी प्रतिद्वंद्वी सपना चौधरी से टक्कर मिल रही है। सपना चौधरी हालांकि आजकल स्टेज शो नहीं कर रही, लेकिन इंटरनेट मीडिया पर क्लिपिंग डालकर खूब हिट हो रही हैं। उनका एक गाना पिया जी लादो घाघरा इंटरनेट पर खूब धमाल मचा रहा है। धमाल मचाने में सोनाली फोगाट के गाने का भी जवाब नहीं, लेकिन कौन बाजी मारता है, यह उनके प्रशंसकों पर निर्भर करने वाला है।ममता दीदी का हुड्डा प्रेम
पश्चिम बंगाल में ममता दीदी ने अपनी जीत का हरियाणा कनेक्शन जोड़ डाला है। बंगाल में सरकार बनने के बाद ममता दीदी को सैकड़ों राजनेताओं ने बधाई दी, लेकिन मीडिया के सामने उन्होंने सात राजनेताओं द्वारा दी गई बधाई का खासतौर से जिक्र किया है। इन राजनेताओं में उद्धव ठाकरे, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अरविंद केजरीवाल, नवीन पटनायक, रजनीकांत, अखिलेश यादव और कैप्टन अमरिंदर सिंह के नाम शामिल हैं। यह वे नेता हैं, जो अपने-अपने राज्यों में बड़ा राजनीतिक कद रखते हैं और भाजपा के निशाने पर रहते हैं।
ममता दीदी को जीत की बधाई देने वालों में ओमप्रकाश चौटाला और अभय सिंह चौटाला भी शामिल हैं, मगर ममता ने भूपेंद्र हुड्डा के नाम का जिक्र करते हुए जब यह कहा कि हम सबने मिलकर बेहतरी के लिए काम करने का संकल्प लिया है, तो उनके इस संदेश को भाजपा भी कतई हलके में नहीं ले रही है। यह राजनीति है... कब क्या हो जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता।
चौपाल का हुक्का और ताश अब शान नहीं
चौपालों पर रखा हुक्का हरियाणा की आन-बान-शान से जोड़कर देखा जाता है। आज यही हुक्का महामारी फैलने का बड़ा कारण बन रहा है। गांव की चौपाल हो या चौधरी की बैठक, एक ही हुक्के पर जब सब मिलकर घूंट मारते हैं तो कोरोना संक्रमण ही बढ़ता है। इस बात को सरकार और विपक्ष दोनों के नेताओं ने बहुत बारीकी से महसूस किया है। तभी तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल हों या भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा हों या विपक्ष के पूर्व नेता अभय सिंह चौटाला, सभी एक स्वर में लोगों से एक साथ मिलकर हुक्का न पीने की अपील करते दिखाई दे रहे हैं। गांवों में खाली समय बिताने के लिए लोग मिलकर ताश खेलते हैं। इससे भी कोरोना संक्रमण फैलने का गंभीर खतरा है। इन नेताओं की मिलकर हुक्का न पीने और ताश न खेलने की बात अगर लोग मान लें तो काफी हद तक संक्रमण फैलने पर रोक लगाई जा सकती है।
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राजनेता मान लें तो सुझाव अच्छा है
हरियाणा के एक आइपीएस अधिकारी हैं, नाम बताना उचित नहीं होगा, उन्होंने राजनेताओं को कुछ सलाह दी है। इस सलाह के बाद यदि नेताओं को इन अफसर के बारे में पता चल गया तो न जाने क्या हश्र होगा। बहरहाल, सुझाव बहुत अच्छा है। आइपीएस कहते हैं, जैसे मतदान के दिन बूथ के बाहर हर दल का नेता टेंट लगाता है, वैसे ही अस्पताल के बाहर सभी दलों के लोगों को टेंट लगाने चाहिए। अपने दल के नेता का फोटो और चुनाव चिह्न भी साथ लगाएं। जितना हो सके, वहां भर्ती मरीजों के परिजनों के लिए पेयजल, जूस, चाय-दूध, भोजन व जरूरी सामान की मदद करते हुए राजनीतिक और सामाजिक धर्म निभाएं। यही वह मौका है, जब यह राजनेता जनता और समाज का दिल जीत सकने में कामयाब हो सकते हैं।
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