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आंदोलन की राह पर कर्मचारी, सरकार योग में व्यस्त

सरकारी कर्मचारी आंदोलन की राह पर हैैं और प्रदेश सरकार 21 जून को होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों में व्यस्त है।

By Test1 Test1Edited By: Updated: Thu, 16 Jun 2016 11:00 AM (IST)
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राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। प्रदेश के सरकारी कर्मचारी आंदोलन की राह पर हैैं और सरकार 21 जून को होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों में व्यस्त है। राज्य की मिनी राजधानी कहे जाने वाले पंचकूला में आधा दर्जन कर्मचारी संगठनों ने डेरा डाला हुआ है।

ज्यादातर कर्मचारियों ने डाला पंचकूला में डेरा

राज्य सरकार के अधिकतर दफ्तरों का मुख्यालय पंचकूला में ही है। हर रोज धरने प्रदर्शन हो रहे और सरकार के खिलाफ नारे लगाए जा रहे। करीब साढ़े नौ हजार जेबीटी शिक्षक पिछले सवा माह से नियुक्ति पत्र देने के लिए गांधीगिरी का रास्ता अपनाए हुए हैैं। लगभग 10 हजार ठेके पर लगे बिजली कर्मचारियों को हटाने तथा 23 सब डिवीजनों को निजी हाथों में सौंपने का विरोध हो रहा है।

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प्रदेश सरकार ने 895 स्कूल इन्फॉरमेशन अधिकारियों को लगभग दो माह पहले नौकरी से हटा दिया था। उन्हें दो माह से वेतन भी नहीं मिला है। अब उन्होंने स्कूल शिक्षा निदेशालय पंचकूला के बाहर मोर्चा खोल लिया है। मिनिस्ट्रीयल स्टाफ के कर्मचारी भी पंजाब के समान वेतनमान की मांग को लेकर पंचकूला में आंदोलन पर डट गए हैैं। लगभग 900 पदों पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की नियुक्तियां नहीं होने से विभाग का कामकाज अटका हुआ है।

शिक्षा विभाग के लिपिकीय कर्मचारियों ने खोला मोर्चा

हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन (हेमसा) से जुड़े प्रदेश के हजारों लिपिक कर्मचारियों ने पंजाब के समान वेतनमान का वादा याद कराते हुए भाजपा के खिलाफ शिक्षा सदन पंचकूला के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने एलान कर रखा है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती। उनका संघर्ष जारी रहेगा। कर्मचारियों ने 9 अगस्त को सर्व कर्मचारी संघ की करनाल रैली में भाग लेने का एलान किया है। 21 अगस्त को शिक्षा मंत्री के निवास महेंद्रगढ़ पर धरना दिया जाएगा। हेमसा के राज्य प्रधान संदीप सांगवान ने कहा कि चुनावों के समय भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में पंजाब के समान वेतनमान लागू करने का वादा किया था, लेकिन आज उसकी बात नहीं की जा रही है। वरिष्ठ उप प्रधान विक्रम गोदारा व उप प्रधान उदय भान यादव ने कहा कि फील्ड कार्यालयों में अधीक्षक के कुल 42 में से 25 पद खाली हैं। उप अधीक्षक के 86 में से 32 खाली हैं। सहायक के 468 में से 215 खाली हैं। लिपिक के 5366 में से 1532 खाली हैं। चौथे दर्जे के 5500 पद खाली हैं।

एमपीएचडब्ल्यू (पुरुष) के 974 पदों पर भर्ती नहीं होने से अटका काम

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा एमपीएचडब्ल्यू (मेल) के 974 पदों सहित स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न वर्गों के लिए आवेदन लेने के डेढ़ साल बाद भी भर्ती प्रक्रिया आरंभ नहीं होने से स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ हरियाणा के प्रधान राममेहर वर्मा, उपप्रधान चंद्रमुखी, महासचिव रोहतास ज्याणी, वरिष्ट उपप्रधान वेदप्रकाश यादव व वित्त सचिव रणधीर चहल ने बताया कि एक तरफ सरकार मलेरिया व डेंगू फैलने से रोकने के लिए नई योजनाएं बनाकर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है और वहीं एमबीएचडब्ल्यू मेल के 2544 स्वीकृत पदों मे से 1400 से ज्यादा रिक्त पद नहीं भरे जा रहे हैैं। इससे स्वास्थ्य सेवाएं रामभरोसे चल रही हैैं। पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, फरीदाबाद, मेवात, पलवल, गुडंगाव, रेवाडी, फतेहबाद, सिरसा व महेंद्रगढ़ में 85 प्रतिशत से ज्यादा पद रिक्त है।

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29 व 30 जून को दो दिवसीय हड़ताल पर चले जाएंगे बिजली कर्मचारी

हरियाणा में करीब 10 हजार ठेके पर लगे बिजली कर्मचारियों को हटाने तथा 23 सब डिवीजन का काम निजी हाथों में सौंपने का विरोध जारी है। पंचकूला मुख्यालय पर सामूहिक उपवास के बाद हरियाणा ज्वाइंट एक्शन कमेटी के नेता कंवर सिंह यादव व देवेन्द्र सिंह हुड्डा ने चेतावनी दी कि अगर 28 जून तक सरकार व निगम प्रबंधकों ने तमाम मसलों का समाधान नहीं किया तो 29-30 जून को 25 हजार से ज्यादा बिजली कर्मचारी दो दिन के लिए प्रदेशव्यापी हड़ताल पर चले जाएंगे। हड़ताल के दौरान बिजली आपूर्ति को किसी भी हाल मे बाधित नहीं किया जाएगा। सर्व कर्मचारी संघ के महासचिव सुभाष लांबा के अनुसार जनता को परेशान कर आंदोलन जीतने के बजाय हम उसके सहयोग एवं समर्थन से आंदोलन जीतेंगे।

नव चयनित जेबीटी ने भीख मांगकर जताया विरोध प्रदर्शन

प्रदेश के करीब साढ़े 9 हजार जेबीटी शिक्षकों का पंचकूला में गांधी गिरी की तर्ज पर आंदोलन जारी है। शिक्षक कभी जूते पालिश कर रहे तो कभी गाडिय़ां साफ कर रहे हैैं। सड़कों की सफाई से लेकर आम लोगों को धूप में छाता लेकर सड़क क्रास कराने तथा उन्हें ठंडा पानी तक पिलाया जा रहा है, जेबीटी शिक्षक संघ के अध्यक्ष राजेंद्र शास्त्री के अनुसार आंदोलनकारियों को 32 दिन हो गए मगर कोई उनकी सुनवाई नहीं कर रहा है। जेबीटी शिक्षकों ने बुधवार को पंचकूला शिक्षा निदेशालय के बाहर भीख मांगकर विरोध प्रदर्शन किया।

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