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मनोहर मंत्रिमंडल का हुआ विस्‍तार , विपुल, मनीष व बनवारी बने मंत्री

हरियाणा की मनोहर लाल ने अपने मंत्रिमंडल का विस्‍तार किया। इसमें तीन मंत्रियों काे शामिल किया गया है। एक कैबिनेट और दो राज्‍यमंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Fri, 22 Jul 2016 07:50 PM (IST)
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चंडीगढ़, [वेब डेस्क]। तमाम अटकलों के बाद आखिरकार हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने शुक्रवार शाम अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। तीन नए मंत्रियों को राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। नए मंत्रियों में विपुल गोयल को कैबिनेट मंत्री व मनीष ग्रोवर और डा. बनवारीलाल को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। मंत्रिमंडल से दो मंत्रियों घनश्याम सर्राफ और बिक्रम ठेकदार को हटाया गया है। कुछ वरिष्ठ मंत्रियों के विभागों में बदलाव भी किया जा रहा है। अभी विभागों में बदलाव के बारे में ऐलान तो नहीं किया गया लेकिन कुछ को पावरफुल तो कुछ के पंख कतरे जोन के संकेत हैं।

मनीष ग्रोवर और विपुल गोयल बने कैबिनेट मंत्री, डा. बनवारीलाल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

हरियाणा राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने तीनोें नए मंत्रियों को पद और गाेपनीयता की शपथ दिलाई। सबसे पहले विपुल गोयल ने शपथ ली। इसके बाद मनीष ग्रोवर और डा. बनवारी लाल काे शपथ दिलाई गई।

दो मंत्रियों घनश्याम सर्राफ और बिक्रम ठेकेदार की मंत्रिमंडल से छुट्टी

मनोहर कैबिनेट के दो मौजूदा मंत्रियों घनश्याम सर्राफ और बिक्रम ठेकेदार की मंत्री पद से छुट्टी हो गई है। दोनों ने राज्य सरकार को अपने इस्तीफे सौंप दिए। दो मंत्रियों की छुट्टी और तीन मंत्रियों की नई एंट्री के साथ ही मनोहर कैबिनेट का कोरम पूरा हो गया है। 90 सदस्यीय विधानसभा में 14 मंत्री बनाए जा सकते हैैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल समेत मंत्रिमंडल में अब नौ कैबिनेट मंत्री और पांच राज्यमंत्री हो गए हैैं।

मनोहर सरकार में चार मुख्य संसदीय सचिव पहले से हैं। इस बार सरकार ने नए मुख्य संसदीय सचिव बनाने से परहेज रखा है। नए मंत्री बनाने में जातीय समीकरणों का पूरा ध्यान रखा गया है। वैश्य और यादव मंत्रियों को हटाकर सरकार ने विपुल गोयल के रूप में वैश्य और बनवारी लाल के रूप में दलित समुदाय को प्रतिनिधित्व दिया है। विशुद्ध जाट लैंड से जीतकर आए भाजपा विधायक मनीष ग्रोवर को पंजाबी होने के साथ-साथ हुड्डा के गढ़ को भेदने तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रति निष्ठा का ईनाम मिला है।

फोटो गैलरी : मनोहरलाल मंत्रिमंडल में तीन नए मंत्री शामिल, देखें तस्वीरें

इससे पहले भाजपा प्रभारी डॉ. अनिल जैन के बुधवार को मंत्रियों से वन टू वन मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कैबिनेट में बदलाव का फैसला किया था। केंद्रीय कैबिनेट में बदलाव के बाद हरियाणा की मनोहर कैबिनेट में भी बदलाव के कयास लगाए जा रहे थे।

पढ़ें : मनाेहर मंत्रिमंडल के फेरबदल में भाजपा का गैर जाट कार्ड

मुख्यमंत्री मनोहर लाल हालांकि बार-बार बदलाव से इन्कार कर रहे थे, लेकिन प्रदेश प्रभारी डॉ. अनिल जैन के बुधवार को अचानक चंडीगढ़ पहुंचने तथा बृहस्पतिवार को कैबिनेट में बदलाव का फैसला ले लिए जाने से लाबिंग में लगे विधायकों के तमाम समीकरण धरे रह गए।

मनोहर कैबिनेट में सहकारिता राज्य मंत्री बिक्रम सिंह यादव और जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी राज्य मंत्री घनश्याम सर्राफ की छुट्टी की गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की ओर से सबसे पहले फरीदाबाद के भाजपा विधायक विपुल गोयल, बावल के विधायक डॉ. बनवारी लाल और फिर रोहतक के विधायक मनीष ग्रोवर को फोन कर शुक्रवार को राजभवन पहुंचने के निर्देश दिए गए।

घनश्याम सर्राफ के बदले विपल गोयल को वैश्य प्रतिनिधित्व

जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री घनश्याम सर्राफ वैश्य समुदाय के विधायक हैं। उनके स्थान पर विपुल गोयल को एडजेस्ट कर जातीय संतुलन साधने की कोशिश की गई है।

मनीष ग्रोवर को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाते राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी।

बिक्रम को हटाकर राव इंद्रजीत की ही पसंद को तरजीह

केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत समर्थक बिक्रम सिंह यादव के स्थान पर राव समर्थक ही डा. बनवारी लाल को मनोहर कैबिनेट में लिया गया है। डा. बनवारी लाल राव इंद्रजीत की पसंद हैं। बिक्रम यादव को हटाने के पक्ष में हालांकि राव नहीं थे, लेकिन उन्होंने यादव को हटाने की स्थिति में बनवारी लाल और अभय सिंह यादव में से किसी एक को कैबिनेट में जगह देने की पेशकश कर रखी थी। बनवारी लाल के जरिये राव अपनी बेटी आरती राव के लिए माहौल बनाने में कामयाब हो सकते हैं।

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मनीष ग्रोवर को पंजाबी और सीएम के प्रति वफादारी का ईनाम

रोहतक से भाजपा विधायक मनीष ग्रोवर को कैबिनेट में जगह देकर उन्हें मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रति वफादारी के साथ-साथ पंजाबी होने का लाभ मिला है। मनीष ग्रोवर संगठन के आदमी हैं। जाट लैंड में जीतकर आए हैं तथा मुख्यमंत्री के नजदीकी माने जाते हैं।

डा. बनवारी लाल को पद एंव गोपनीयता की शपथ दिलाते राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी।


विज, पंवार, कविता और कंबोज का बढ़ेगा कद

अभी विभागों में फेरबदल की ऐलान नहीं हुआ है लेकिन कैबिनेट के कुछ मंत्रियों को पावरफुल बनाया जाएगा तो कुछ के विभागों में फेरबदल संभव है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन, परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार तथा राज्य मंत्री कर्ण देव कांबोज को मुख्यमंत्री की ओर से कुछ और विभाग देकर पावरफुल बनाया जा सकता है।
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मनीष ग्रोवर
रोहतक से पहली बार विधायक बने हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं। जुझारू छवि वाले ग्रोवर मनीष ने संगठन में लंबा काम किया है। उन्हें पहली जिम्मेदारी भाजपा के मंडल (ब्लाक) महामंत्री की मिली। यहां से उन्होंने प्रदेश महामंत्री तक का सफर तय किया और विधायक बने।

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विपुल गोयल
फरीदाबाद से पहली बार विधायक बने, लेकिन राजनीति के मंजे खिलाड़ी माने जाते हैं। केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के मित्र हैं और उनके लिए पर्दे के पीछे रहकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं। विपुल की मांग पर मेहंदी से वैट हटाया गया है।

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डॉ. बनवारी लाल
रेवाड़ी के बावल सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से चुने गए डॉ. बनवारी लाल की छवि एक साफ सुथरे और ईमानदार नेता की है। वह राव इंद्रजीत के करीबी हैं। भाजपा के टिकट से लेकर उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल कराने तक इंद्रजीत की अहम भूमिका है।
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