केंद्रीय मंत्री गुर्जर के हस्तक्षेप के बाद भी नहीं मिली IAS रानी नागर को सुरक्षा, जाना चाहती हैं गाजियाबाद
IAS अफसर रीना नगर ने गाजियाबाद जाने के लिए कर्फ्यू पास मांगा है। उनका यह भी कहना है कि उन्हें अभी तक सुरक्षा नहीं दी गई है।
By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Sat, 02 May 2020 01:24 PM (IST)
जेएनएन, नई दिल्ली। हरियाणा कॉडर की IAS अधिकारी रानी नागर अब अपने पैतृक जिले गौतमबुद्ध नगर से सटे जिला गाजियाबाद जाना चाहती हैं। चंडीगढ़ के गेस्ट हाउस में ठहरी रानी नागर ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर इस बाबत चंडीगढ़ प्रशासन और हरियाणा सरकार को लिखे पत्र की प्रतियां डाली हैं।
रानी ने अपने और अपनी बहन को लॉकडाउन के दौरान ही गाजियाबाद जाने को सरकारी वाहन सहित अनुमति मांगी है। इसके अलावा उन्होंने इस बात पर भी नाराजगी जताई है कि उन्हेंं अभी तक चंडीगढ़ प्रशासन सहित हरियाणा सरकार ने सुरक्षा मुहैया नहीं कराई है। रानी ने सोशल मीडिया पर एक बार फिर दोहराया है कि उसे अपनी जान का खतरा है, इसलिए वह IAS की नौकरी से त्यागपत्र देना चाहती है। फिलहाल वह अपने घर जाकर परिवार से बात करेगी।बता दें कि रानी नागर ने पिछले माह 23 अप्रैल को एक वीडियो जारी करके कहा था कि उन्हेंं और उनकी बहन की जान को खतरा है, इसलिए उन्हें सुरक्षा दी जाए। तब भी रानी ने अपने त्यागपत्र का मुद्दा उठाया था। रानी के त्यागपत्र का मुद्दा सोशल मीडिया पर छाने के कारण उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर रानी का उत्पीडऩ करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी।
रानी के पक्ष में मायावती के खड़े होने और सोशल मीडिया पर रानी को मिल रहे युवाओं के समर्थन से हरियाणा सरकार भी असहज हो रही थी। केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर पर भी कई गुर्जर सांसदों ने इस मामले में हस्तक्षेप करने का दबाव बनाया।
गुर्जर ने कहा था कि रानी बिटिया के साथ नाइंसाफी नहीं होने दी जाएगी। बावजूद इसके रानी ने अपने ताजा ट्वीट में कहा है कि यह भी सत्य है कि उसे व उसकी बहन को चंडीगढ़ में कोई सुरक्षा नहीं मिली है। रानी की सुरक्षा के मुद्दे को लेकर हरियाणा सरकार से लेकर पुलिस महानिदेशक मनोज यादव भी मौन हैं।
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