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IAS रानी नागर ने वापस लिया इस्तीफा, हरियाणा नागरिक संसाधन सूचना विभाग में मिली नई नियुक्ति

लगभग सात माह पूर्व इस्तीफा देना वाली हरियाणा कैडर की आइएएस अधिकारी रानी नागर ने इस्तीफा वापस ले लिया है। उनके इस्तीफे पर खूब राजनीति हुई थी। रानी नागर को नागरिक संसाधन सूचना विभाग में तैनाती दी गई है।

By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Mon, 07 Dec 2020 09:04 PM (IST)
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हरियाणा कैडर की आइएएस रानी नागर की फाइल फोटो।

जेएनएन, चंडीगढ़।  कोरोना काल में करीब सात माह पहले अपने पद से इस्तीफा देने वाली हरियाणा कैडर की 2014 बैच की आइएएस अधिकारी रानी नागर (IAS Rani Nagar) ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। हालांकि सरकार ने अभी तक रानी नागर के इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया था। बीते माह 11 नवंबर से रानी नागर को नई पोस्टिंग के इंतजार में रखा गया था। सोमवार को उन्हें नागरिक संसाधन सूचना विभाग में अतिरिक्त सचिव नियुक्त किया गया है।

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रानी नागर ने अपना त्यागपत्र मई माह में तत्कालीन मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा को भेजा था, जिसमें उन्होंने इसके कारण के रूप में सरकारी ड्यूटी के दौरान अपनी निजी सुरक्षा पर खतरे का उल्लेख किया था। उन्होंने अपने त्यागपत्र की प्रति अपने निजी फेसबुक और ट्विटर अकाउंट पर भी अपलोड कर दी थी। इसके बाद हरियाणा सरकार ने रानी नागर का त्यागपत्र केंद्र सरकार को भेज दिया।

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एक आरटीआइ के जवाब में तब यह पता चला कि हरियाणा सरकार ने केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय से रानी नागर का त्यागपत्र स्वीकार करने के बजाय उन्हें अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश में इंटर कैडर ट्रांसफर अर्थात उन्हें वर्तमान हरियाणा कैडर से उत्तर प्रदेश कैडर में स्थायी तौर पर स्थानांतरित करने की अनुसंशा की थी, मगर उसे माना नहीं गया। उस समय रानी के इस्तीफे पर खूब राजनीतिक बवाल मचा था।

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उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती तक ने रानी नागर के इस्तीफे को आधार बनाते हुए उनकी सुरक्षा का मुद्दा जोरदार ढंग से उठाया था। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, विधायक राजेश नागर और पूर्व विधायक ललित नागर ने भी रानी की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की थी। अब हरियाणा सरकार ने उन्हें नई नियुक्ति प्रदान कर दी है।