18 और जगहों पर धरना शुरू करने की तैयारी में जाट
आरक्षण पर हाईकोर्ट की तरफ से लगाई गई अंतरिम रोक नहीं हटाने के बाद जाटों ने अब आंदोलन को तेज करने के संकेत दिए हैं। अब 18 और जगहों पर धरने की योजना बनाई जा रही है।
By Test1 Test1Edited By: Updated: Tue, 14 Jun 2016 03:38 PM (IST)
जेएनएन, हरियाणा। आरक्षण पर हाईकोर्ट की तरफ से लगाई गई अंतरिम रोक न हटाने और सुनवाई के लिए 17 जून की तारीख तय कर दिए जाने के बाद आंदोलनकारियों ने तीखी प्रतिक्रिया की है। सरकार तो उनके निशाने पर है ही वे खाप नेता भी हैं, जो अब तक इस आंदोलन से दूरी बनाए हुए हैं। उन्होंने धरने को विस्तार देने की योजना पर भी काम करना शुरू कर दिया है। उनकी योजना अब हर जिले में दो-तीन स्थानों पर धरने पर बैठने की है।
18 और जगहों पर धरनाा शुरू करने की तैयारीरोहतक के जसिया गांव में चल रहे धरने को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के जिला महासचिव कृष्ण लाल हुड्डा ने कहा कि अभी 27 स्थानों पर धरना चल रहा है। अब 18 और जगहों पर धरने के लिए अनुमति मांगी गई है। इसके बाद धरनास्थलों की संख्या बढ़कर 45 हो जाएगी।यह भी पढ़ें : हाईकोर्ट ने फिर किया आरक्षण पर लगी रोक हटाने से इनकार
समर्थन नहीं देने वाली खाप और नेता का बहिष्कार करेंगे जाट जींद के खटकड़ गांव में जाट नेता कैप्टन भूपेंद्र जागलान ने कहा कि आंदोलन शुरू होने से पहले जाट समाज से जुड़े नेताओं व खापों ने 13 जून तक इंतजार करने की बात कही थी। अब उन्हें खुलकर आरक्षण आंदोलन को समर्थन देना चाहिए। ऐसा नहीं करने वाले नेताओं का बहिष्कार किया जाएगा।
प्रदेश में कई जगह धरना दे रहे हैं जाट बता दें कि अखिल भारतीय जाट आरक्षण आंदोलन समिति के बैनर तले रोहतक के जसिया गांव में, कुरुक्षेत्र के जैनपुर जाटान गांव में, पानीपत के मतलौडा में, हिसार के मय्यड़ में, फतेहाबाद के ढाणी भोजराज में, कैथल में किच्छाना कुई पर, करनाल के बल्ला में, भिवानी में धनाना में, चरखी दादरी में शहर के सेक्टर आठ में, रेवाड़ी के बावल के प्राणपुरा गांव में और सोनीपत के लघु सचिवालय के पार्क में जाट समुदाय के लोग धरने पर बैठे हैं।यह भी पढ़ें : जानिए कौन हैं जाट, आरक्षण के लिए आंदोलन और संघर्ष की पूरी कहानी रोहतक में महिलाएं ने दिखाए तीखे तेवररोहतक: गांव जसिया के समीप पानीपत-रोहतक हाईवे के किनारे पर चल रहे धरने पर सोमवार को बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची। उन्होंने मंच पर पहुंचकर माइक थाम लिया और प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि इस बार पुरुष नहीं महिलाएं अपनी सीने पर गोली खाएंगी। सोनीपत से आई महिला रमेश ने कहा कि यदि जाटों को आरक्षण नहीं मिला तो महिलाएं प्रदेश सरकार ही नहीं केंद्र सरकार को भी झुकने पर मजबूर कर देगी।वित्त मंत्री की कोठी फूंकने के अभियुक्त की पत्नी भी पहुंची धरने परपिछली बार हुए दंगों के दौरान वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु की कोठी फूंकने के आरोप में अभियुक्त बनाए गए गांव रिटौली के दिलावर की पत्नी पूनम भी जसिया में धरने पर पहुंची। दिलावर पहले सुनारिया जेल में था, बाद में उसका ट्रांसफर फरीदाबाद जेल में कर दिया गया। पूनम ने कहा कि वह धरने पर है और उसके पति फरीदाबाद में जाट समुदाय को आरक्षण दिलाने के लिए जेल में भूख हड़ताल कर रहे हैं।खापों का भी मिलने लगा समर्थन अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के रोहतक जिला अध्यक्ष अशोक बल्हारा ने कहा कि आंदोलन को श्योराण खाप, सागवान खाप, पंचगावा खाप, कंडेला खाप, दाडऩ खाप, लाटर खाप, नंदगढ़ खाप ने समर्थन दिया है।जाट आंदोलन से संबंधित खबरें पढ़़ने के लिए क्लिक करें
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