कामगारों पर लाठीचार्ज और स्प्रे से गुस्साया विपक्ष, कहा- मानवता भूली सरकार
कामगारों पर लाठीचार्ज व स्प्रे से विपक्ष का गुस्सा फूट पड़ा है। कहा कि सरकार जनविरोधी और मजदूर विरोधी फैसले ले रही है।
By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Mon, 18 May 2020 09:07 AM (IST)
जेेेेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में कोरोना महामारी के दौरान सरकार को हरसंभव सहयोग देने का वादा करने वाले विपक्षी नेताओं के सब्र का बांध टूट गया है। इन नेताओं में प्रवासी कामगारों को उनके राज्यों में भेजने की व्यवस्था नहीं करने तथा जाने की जिद पर अड़े कामगारों पर लाठीचार्ज किए जाने का बेहद गुस्सा है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा, विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता एवं इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला, कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला, कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई, कांग्रेस विधायक दल की पूर्व नेता किरण चौधरी, हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कु. सैलजा, पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा और बादली के कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स ने अलग-अलग बयान जारी कर प्रवासी कामगारों पर लाठीचार्ज करने का प्रबल विरोध किया है।पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह समय राजनीति करने का नहीं है। हमने सरकार को कोरोना महामारी से लड़ने के लिए हरसंभव सहयोग देने का वादा किया था, लेकिन सरकार जनविरोधी और मजदूर विरोधी फैसले ले रही है। किसानों की पहले ही कमर तोड़ दी गई है। उनकी पेमेंट नहीं हो रही। अब मजदूरों पर लाठीचार्ज कर सरकार ने मानवता की सारी हदें पार कर दी हैं। हुड्डा ने कहा कि गरीब कामगारों और उनके परिवारों के साथ सरकार संवेदना से पेश आए।
राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यमुनानगर में मजदूरों पर लाठीचार्ज से सरकार के राहत पैकेज की पोल खुल गई है। केंद्र व राज्य सरकार से ऐसे राहत पैकेज की उम्मीद तो बिल्कुल नहीं की गई थी। विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता एवं इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि सभी कामगारों को उनके राज्यों में पहुंचाना सरकार की जिम्मेदारी है। जब तक वे नहीं जाते, तब तक उनका पूरा ख्याल रखा जाना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यमुनानगर के साथ-साथ पानीपत में श्रमिकों पर स्प्रे किए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
हरियाणा कांग्रेस के बादली से विधायक कुलदीप वत्स ने कहा कि श्रमिक किसी भी प्रदेश की औद्योगिक अर्थव्यवस्था की रीढ़ होते हैं। यह समय संकट का है, इसलिए उन्हेंं मार नहीं बल्कि प्यार चाहिए। पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने कहा कि सरकार को पुलिस अधिकारियों को संयम बरतने के सख्त निर्देश देने चाहिए। कांग्रेस विधायक दल की पूर्व नेता किरण चौधरी, कुलदीप बिश्नोई और कु. सैलजा ने कहा कि मजदूरों की पीड़ा देखने लायक नहीं है। एसी कमरों में बैठे अफसरों को बाहर निकलकर देखना चाहिए कि मजदूर किस कदर परेशान हैं।
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