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कुश्ती की 'सुल्तान' बनी साक्षी, मेडल ही नहीं देश का दिल भी जीता

रियो ओलंपिक में भारत को पहला पदक दिलाने वाली हरियाणा की बेटी साक्षी मलिक ने सिर्फ पदक ही नहीं करोड़ों भारतीयों का दिल भी जीता है। देखें कैसे ?

By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Fri, 19 Aug 2016 09:30 AM (IST)
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चंडीगढ़, [वेब डेस्क]। साक्षी मलिक ने भारत में ओलंपिक के लिए पदक नहीं करोड़ों दिल भी जीत लिए। जब साक्षी ने अपनी हार को जीत में बदला तो देश जितना खुश था उतना ही चौंक भी गया था। पर शायद इसीलिए हार कर जीतने वाले को बाजीगर कहतेे हैं और साक्षी ने भी वो बाजीगरी की कि भारत की सूखी झोली पदक से भर गई।

आज रक्षाबंधन पर पूरा देश इस बेटी को दुआएं और बधाई दे रहा है। साक्षी ने एक बार फिर हरियाणा का नाम रोशन कर दिया। हर ओर साक्षी ही साक्षी है। क्या नेता, क्या अभिनेता और क्या जनता सब साक्षी को बधाई दे रहे हैं और कामना कर रहेे हैं कि अगले ओलंपिक में भारत की ये बेटी सोना लाए।

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साक्षी बनी पहली महिला 'सुल्तान'

कल भारत के लिए इतिहास लिखने वाली साक्षी यूं ही जीत की सुल्तान नहीं बनी। उसने पूरी बाजी को पलट कर रख दिया। हार को जीत में बदल दिया। और यही वो पल था जब साक्षी ने इतिहास रचा। हालांकि इस बार के ओलंपिक का इतिहास कुछ और ही कह रहा था। ओलंपिक में साक्षी से पहले कभी किसी भारतीय महिला पहलवान ने पदक नहीं जीता था। इस बार तो भारत की झोली बिल्कुल ही सूनी पड़ी थी।

रियो ओलंपिक में 11 दिन से भारत के खाते में कोई पदक नहीं आया था। पदक की उम्मीद जगाने वाले दिग्गज शूटर, बैडमिंटन और टेनिस स्टार हारकर बाहर हो चुके थे। भारत को सम्मोहित करने वाली दीपा कर्मकार ने भी हौसला भरपूर दिखाया था लेकिन उसके हाथ से भी पदक फिसल चुका था।

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जब साक्षी ने चला जीत का दांव

वहीं, साक्षी को भी 58 किलोग्राम भारवर्ग कुश्ती मुक़ाबले के क्वार्टर फाइनल में झटका लग चुका था। उन्हें रुस की पहलवान वलेरिया कोबलोवा ने हरा दिया था। लेकिन, फिर अचानक क़िस्मत पलटी। रूसी खिलाड़ी फाइनल में पहुंच गईं और साक्षी के सामने कांसे का तमग़ा जीतने का रास्ता खुल गया था। मंज़िल आसान नहीं थी। लेकिन यही तो सुल्तान की खासियत है कि वो गिरकर उठता है और फिर सबको चित कर देता है।

ऐसा ही साक्षी ने भी किया। जब कर्गिस्तान की पहलवान ने 5-0 की बढ़त बना ली थी तो लगा कि पदक साक्षी के क़रीब आकर दूर चला गया। लेकिन ये सुल्तान उठी और ऐसा दांव मारा कि इतिहास बन गया। इससे पहले ओलंपिक गए सौ से ज्यादा एथलीटों के भारतीय दल में साक्षी का नाम भले ही ज्यादा चर्चित न था लेकिन जीत के बाद अब पूरा देश साक्षी को जानने और मानने लगा है।

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नेता, अभिनेता और जनता सबने दी साक्षी को बधाई

साक्षी ने पूरे भारत का नाम रोशन किया तो लगा पूरा भारत ही उन्हें बधाई देने उमड़ पड़ हो। क्या नेता, क्या अभिनेता और क्या जनता साक्षी दिनभर ख़बरों और सोशल मीडिया पर छाईं रहीं। देश के प्रधानमंत्री नरेंंद्र मोदी समेत देश की तमाम बड़ी हस्तियों ने साक्षी को जीत के लिए बधाई दी। हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी और खेल मंत्री अनिल विज ने भी साक्षी मलिक को जीत की बधाई दी।

इतना ही नहीं साक्षी कई घंटों तक ट्विटर पर पहले नंबर पर ट्रेंड करती रहीं। ट्विटर पर कुछ इस तरह साक्षी मलिक को बधाई मिली।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी

केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल

विदेश राज्यमंत्री जनरल (रिटा) वीके सिंह

सीएम मनोहर लाल खट्टर-

वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु

हरियाणा भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला

अमिताभ बच्चन

आमिर खान

अभिनेत्री ऋचा चड्ढा

पहलवान सुशील कुमार

क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग

सहवाग ने एक और ट्वीट किया जिसमें लिखा-

ओलंपियन अभिनव बिंद्रा

बैडमिंटन प्लेयर गुट्टा ज्वाला

ये बधाइयां साक्षी हैं कि हरियाणा के रोहतक जिले की इस पहलवान ने रियो में भले ही कांस्य जीता हो, लेकिन उनका नाम भारतीय कुश्ती के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिख गया है और उसने करोड़ों भारतीयों का भी दिल जीत लिया।

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