जाट आंदोलन पर विधानसभा में हंगामा, भाजपा व कांग्रेस विधायकों में भिड़ंत
हरियाणा विधानसभा में जाट आरक्षण के दाैरान हिंसा और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर भारी हंगामा हुआ। भाजपा और कांग्रेस व इनेलोे के विधायकों के बीच जमकर नाेकझोंक और भिड़ंत हुई।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Wed, 31 Aug 2016 03:41 PM (IST)
चंडीगढ़, [वेब डेस्क]। हरियाणा विधानशसभा में मानसून सत्र के आखिरी दिन राज्य में कानून-व्यवस्था और जाट आरक्षण के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों में तीखी नोकझोंक हुई। कांग्रेस और इनेलो विधायकों की भाजपा के मंत्रियों और विधायकों से तीख्ी बहस हुई। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मेवात के तावडू में दो लड़कियों से रेप और हत्या मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाने का एेलान किया।
विधानसभा में क़ानून व्यवस्था पर बहस के दौरान सत्ता पक्ष भाजपा और विपक्ष के बीच खूब भिड़ंत हुई। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कानून-व्यवस्था पर चर्चा के दौरान ग्रीन ब्रिगेड का जिक्र किया तो इनेलो विधायकों ने विराेध में जबरदस्त हंगामा किया। ग्रीन ब्रिगेड इनेलो का संगठन था और इस पर उस समय काफी विवाद हुआ था।पढ़ें : साइकिल पर विधानसभा पहुंचे सीएम मनोहरलाल, मंत्री और विधायक मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार करते हुए कहा कि पहले जो हुआ वह हुआ पर अब हम ऐसी व्यवस्था बना कर जाएंगे की आगे से कोई भी सरकार आए किसी तरह की धांधली ना कर सके। हम भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करने की व्यवस्था बनाने में लगे हैं।
पढ़ें : हरियाणा विस में भारी हंगामा, कांग्रेस विधायक पर विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव इसके बाद विधानसभा में जाट आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस की गीता भुक्कल ने इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने जाअ आंदोलन के दौरान झज्जर में हुई आगजनी के घटनाक्रम को लेकर मनोहर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिसका घर जलता है जिसका हलका जलता है और जिसके घर में मौत होती है उसका दर्द वही जानता है। सरकार यह बताए कि यह आंदोलन उग्र क्यों हुआ। क्या यही गुजरात मॉडल है ।
गीता भुक्कल के वार पर कैप्टन अभिमन्यू का पलटवार
इसके बाद हंगामा शुरू हाे गया। सत्तापक्ष भाजप और कांग्रेस के विधायकों के बीच तीखी नोकझोंंक शुरू हो गई।
गीता भुक्कल ने कहा, जब मेरा क्षेत्र जल रहा था उस समय मैंने मुख्यमंत्री को कई बार फ़ोन कर स्थिति के बारे में बताया और मदद की गुहार लगाई। मैंने एडीजीपी (सीआईडी ) को भी सूचना दी, डीजीपी को भी हालात के बारे में बताया लेकिन किसी भी तरफ से कोई मदद नहीं मिली। पढ़ें : हरियाणा विस में जीएसटी बिल पास, जैन मुनि पर टिप्पण्ाी का मामला भी गूंजाइसके बाद कैप्टन अभिमन्यू ने गीता भुक्कल और कांग्रेस पर पटलवार किया। उन्होंने कहा कि आज जो दर्द इस सदन में छलका है लेकिन यह पहले सामने क्यों नहीं आया। उन्होंने सवाल उठाया, क्या कांग्रेसी विधायकों ने उन लोगों की कभी निंदा की जो इस षड्यंत्र में शामिल थे, क्या उन्होंने प्रोफेसर वीरेंद्र सिंह से कोई जवाब मांगा और कोई निंदा की? वे तब चुप क्यों थे।हुड्डा ने कहा, मेरा या मेरे परिवार का जरा भी दोष निकले तो फांसी पर चढ़ा देनापूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, जाट आंदोलन के दौरान पूरे हरियाणा में जो जो घटनाक्रम हुअा वह काफी दुखदाई है। मैं सीबीआइ जांच का स्वागत करता हूं। अगर इस पूरे घटनाक्रम में मेरा या मेरे परिवार का थोड़ा भी दोष निकले तो मुझे फांसी चढ़ा देना, मैं उफ़ तक नहीं करूंगा। हुड्डा ने कहा कि वह इस सदन में सरकार से मांग करते हैं कि इस पूरे मामले की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज से करवाई जाए।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।इसके बाद हंगामा शुरू हाे गया। सत्तापक्ष भाजप और कांग्रेस के विधायकों के बीच तीखी नोकझोंंक शुरू हो गई।
गीता भुक्कल ने कहा, जब मेरा क्षेत्र जल रहा था उस समय मैंने मुख्यमंत्री को कई बार फ़ोन कर स्थिति के बारे में बताया और मदद की गुहार लगाई। मैंने एडीजीपी (सीआईडी ) को भी सूचना दी, डीजीपी को भी हालात के बारे में बताया लेकिन किसी भी तरफ से कोई मदद नहीं मिली। पढ़ें : हरियाणा विस में जीएसटी बिल पास, जैन मुनि पर टिप्पण्ाी का मामला भी गूंजाइसके बाद कैप्टन अभिमन्यू ने गीता भुक्कल और कांग्रेस पर पटलवार किया। उन्होंने कहा कि आज जो दर्द इस सदन में छलका है लेकिन यह पहले सामने क्यों नहीं आया। उन्होंने सवाल उठाया, क्या कांग्रेसी विधायकों ने उन लोगों की कभी निंदा की जो इस षड्यंत्र में शामिल थे, क्या उन्होंने प्रोफेसर वीरेंद्र सिंह से कोई जवाब मांगा और कोई निंदा की? वे तब चुप क्यों थे।हुड्डा ने कहा, मेरा या मेरे परिवार का जरा भी दोष निकले तो फांसी पर चढ़ा देनापूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, जाट आंदोलन के दौरान पूरे हरियाणा में जो जो घटनाक्रम हुअा वह काफी दुखदाई है। मैं सीबीआइ जांच का स्वागत करता हूं। अगर इस पूरे घटनाक्रम में मेरा या मेरे परिवार का थोड़ा भी दोष निकले तो मुझे फांसी चढ़ा देना, मैं उफ़ तक नहीं करूंगा। हुड्डा ने कहा कि वह इस सदन में सरकार से मांग करते हैं कि इस पूरे मामले की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज से करवाई जाए।