जाट आरक्षण को लेकर खट्टर सरकार अलर्ट, 8 जिलों में धारा 144 लागू
जाट आरक्षण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि जाटों ने हमसे शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने को कहा है, शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार किसी से नहीं छीन सकते।
चंडीगढ़(जेएनएन)। हरियाणा में जाट आरक्षण को लेकर 5 जून को होने वाले राष्ट्रव्यापी आंदोलन पर एहतियात बरत रही है। राज्य सरकार ने जाटों के पिछले आंदोलन से सबक लेते हुए 8 जिलों में धारा 144 लगा दी है। जिलों में धारा 144 लगाने पर उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि यह प्रशासन का काम है और जो इलाके की जरूरत थी वही किया गया है। साथ ही खट्टर ने ये भी कहा कि जाटों ने हमसे शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने को कहा है, शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार किसी से नहीं छीन सकते।
वहीं जाटों के प्रदर्शन के ऐलान के बाद हांसी में सीआरपीएफ तैनात कर दी गई है तो रोहतक में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया।
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जींद में शनिवार रात ही बीएसएफ की एक कंपनी पहुंच गई। इसमें कुल 84 जवान हैं, जिनमें एक सहायक कमांडर, नौ एसओ तथा 74 ओआरएस शामिल हैं। कैथल में बीएसएफ की तीन टुकड़ियों ने न्यू पुलिस लाइन में डेरा डाल दिया है। एसपी सुमित कुमार ने बताया कि अर्द्ध सैनिक बल शहर में आ गया है। जरूरत पड़ी तो इन्हें तैनात किया जाएगा। फिलहाल यह पेट्रोलिग करेंगी। सोनीपत जिले में आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) की दो व एचएपी (हरियाणा सशस्त्र पुलिस) की एक टुकड़ी रविवार को पहुंची। आरएएफ की टुकड़ी को मूनक नहर में तैनात कर दिया है। जिले में धारा-144 भी लागू कर दी गई है।
रोहतक में पहले ही पैरा मिलिट्री फोर्स और आरएएफ को बुला लिया गया है। शहर और सांपला, कलानौर जैसे कस्बों में पुलिस का फ्लैग मार्च चल रहा है। पुलिस अफसर भी जाट नेताओं के संपर्क में हैं। एसपी शशांक आनंद ने बताया कि जिले में पैरा मिलिट्री और आरएएफ की दो -दो कंपनी और इसके अलावा स्थानीय पुलिस बल की भी टीमें बना दी गई हैं। हांसी में शनिवार रात को सीआरपीएफ और पैरा मिलिस्ट्री फोर्स की एक-एक कंपनी तैनात कर दी गई है। एक कंपनी में करीब 100 जवान शामिल हैं।
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जवानों ने विश्राम गृह के समीप जाट धर्मशाला में पड़ाव डाल दिया है और शहर की अन्य धर्मशाला और स्कूलों की इमारतों में उनके ठहरने की व्यवस्था की गई है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र मीणा ने बताया कि सीआरपीएफ की दो कंपनियां हांसी भेजी गई हैं। आला अधिकारियों की सोमवार को मीटिंग के बाद सुरक्षा बलों की तैनाती की योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। मीणा ने कहा कि एक कंपनी को हांसी शहर व दूसरी कंपनी को आंदोलन स्थल मैय्यड़ के आसपास तैनात किया जाएगा।