रेलवे लेवल क्रासिंग लिमिटेड हाइट सब-वे का ड्राइंग फाइनल
अरविंद झा, पानीपत
रेलवे लेवल क्रासिंगों पर दुर्घटना रोकने और यातायात को सुगम बनाने के लिए लिमिटेड हाइट सब वे (एलएचएस) बनाया जाएगा। आठ लेवल क्रासिंगों का ड्राइंग फाइनल कर रेलवे बोर्ड को सौंप दिया गया। ड्राइंग पर आला अधिकारियों की मुहर लगने के बाद चयनित सब वे पर निर्माण कार्य शुरू होगा।
दिल्ली व अंबाला के बीच रेलवे लेवल क्रासिंगों पर छोटे बड़े वाहनों की आवाजाही से परेशानी होती है। वाहन चालक रेलवे फाटकों का सिग्नल फालो नहीं करते। ड्यूटी पर तैनात रेलकर्मियों को फाटक खोलने व बंद करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। परिवहन को सुगम बनाने के लिए दिल्ली व अंबाला के बीच आठ लेवल क्रासिंगों का चयन किया गया। मेन लाइन पर लेवल क्रासिंग संख्या 83, 85, 90, 92, 94, 95, 96 व 100 पर लिमिटेड हाइट सब वे बनाया जाएगा। रेल बजट 2013 में एलएचएस के निर्माण को मंजूरी मिली थी।
सब वे की ऊंचाई 4.5 मीटर
रेलवे निर्माण शाखा के अधिकारियों के मुताबिक चयनित क्रासिंगों पर सब वे का ड्राइंग फाइनल कर लिया गया। सब वे की ऊंचाई 4.5 मीटर व चौड़ाई 8 मीटर होगी। इसके बन जाने से ट्रैफिक सुगम होगा। रेल कर्मियों के वर्किंग पर फर्क पड़ेगा। आरओबी वाले क्रासिंग इसमें शामिल नहीं हैं।
मेथड के चयन पर असमंजस
एलएचएस कानिर्माण किस मेथड (तरीका) से होगा इस पर अधिकारियों की सहमति नहीं बनी है। कट एंड कवर मेथड में मिट्टी की खुदाई करनी होगी। छठ से आठ घंटे तक का सेक्शन ब्लॉक लेना होगा। सेक्शन ब्लॉक में तकनीकी अड़चन आने से पुसिंग मेथड से सब वे का निर्माण करया जाएगा। इस मेथड से सब वे का ढांचा बाहर ही तैयार होगा।
ट्रेनों की स्पीड में इजाफा
रेलवे मुख्यालय के अधिकारियों के मुताबिक लेवल क्रासिंगों पर दुर्घटना रोकने के लिए एक आयोग का गठन किया गया है। आयोग की सर्वे रिपोर्ट में कहा गया कि मेन लाइन पर दुर्घटना रोकने के लिए लिमिटेड हाइट सब वे का निर्माण कराया जाना जरूरी है। दुर्घटनाओं पर इससे अंकुश लगेगा। ट्रेन की स्पीड भी बढ़ेगी। सब वे बन जाने से रूट अपग्रेड हो जाएगा।
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