मथुरा गोलीकांड के लिए अखिलेश सरकार जिम्मेदार : मेनका गांधी
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुए गोलीकांड के लिए अखिलेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्हाेंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह वहां के मामले को देख रहे हैं।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Fri, 03 Jun 2016 07:08 PM (IST)
जागरण संवाददाता, रोहतक : केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्री मेनका गांधी ने मथुरा में हुए गोलीकांड के लिए उत्तरप्रदेश की अखिलेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जैसी सरकार है वैसी ही वहां की कानून व्यवस्था है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह इस पूरे मामले को देख रहे हैं और इसकी निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी।
पढ़ें : जाटों का एक गुट 5 से आंदोलन न करने पर राजी, मलिक गुट अड़ा मेनका गांधी शुक्रवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक के फैकल्टी हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थीं। उन्होंने कहा उत्तरप्रदेश सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह से फेल हो गई है। मथुरा में एसपी और दरोगा सहित अन्य लोगों की मौत होना बहुत निंदनीय है। इस तरह की घटनाओं से किसी सरकार से सुरक्षा की अपेक्षा कैसे की जा सकती है। राहुल गांधी को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की अटकलों के सवाल पर उन्होंने प्रतिक्रिया देने से सीधे तौर पर इंकार कर दिया। उत्तरप्रदेश में युवा सांसद वरूण गांधी को भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार प्रोजेक्ट करने की चर्चाओं पर मेनका गांधी ने कहा कि उनके संज्ञान में इस तरह की कोई बात नहीं है।
उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की तरफ से अभी तक कोई भी मुख्यमंत्री के लिए प्रोजेक्ट नहीं किया है। यह निर्णय पार्टी अध्यक्ष को लेना है। यह पूछे जाने पर कि उत्तरप्रदेश में भाजपा पूर्व में राममंदिर का मुद्दा लेकर चुनाव लड़ती रही है, आगामी चुनाव में वहां भाजपा का क्या चुनावी मुद्दा होगा, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पार्टी वहां विकास का मुद्दा लेकर जनता के बीच जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दो वर्ष में ऐतिहासिक विकास कार्य करवाए हैं। इस अवसर पर पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री डॉ. महेश शर्मा, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू और विधायक मनीष ग्रोवर मौजूद थे।
महिला सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर
महिला सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार महिला सुरक्षा को लेकर काफी गंभीर है। महिलाओं की समस्याओं को लेकर देश भर में सखी सेंटर खोले जाएंगे। देश में अभी तक ऐसे 14 सेंटर खोले जा चुके हैं। हरियाणा में भी जिला स्तर पर सखी सेंटर खोलने की योजना है। इन सेंटर में एक महिला नर्स, वकील, मनोचिकित्सक व अन्य महिला विशेषज्ञ तैनात रहेंगी, जो महिलाओं की न केवल समस्याएं सुनेंगी बल्कि उनका समाधान भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसी तरह सरकार जनवरी में मोबाइल में ऐसा बटन लगाने जा रही है, जिसके दबाने में महिलाओं को तुरंत सहायता मिलेगी। इस बटन से पुलिस को तो सूचना मिलेगी ही साथ में आसपास के दस लोगों को भी इसकी सूचना मिल जाएगी ताकि वे पीड़ित महिला की सहायता कर सकें। उन्होंने कहा कि गांवों में महिला वालंटियर भी तैनात की जाएगी, जो महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार के बारे में पुलिस को अवगत करवाएंगी। हरियाणा में जहां जनप्रतिनिधि महिलाएं हैं, वहां उनको ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे वे गांव का खुद आगे बढ़कर विकास कर सकें। इस योजना की शुरूआत राजस्थान से शुरू होगी। पुलिस में 33 फीसद महिलाओं की भर्ती पर भी जोर दिया जा रहा है।
कारगर साबित हो रही चाइल्ड हेल्पलाइन केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि चाइल्ड हेल्पलाइन योजना भी काफी कारगर साबित हो रही है। इस योजना के तहत बच्चों की समस्याओं को लेकर हेल्पलाइन नंबर 1098 काम कर रहा है। 24 घंटे 309 लोग इस नंबर पर कॉल रिसीव करते हैं। इसका बेहतर परिणाम भी सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मार्च में 11 लाख बच्चों ने इस नंबर पर कॉल की जबकि अप्रैल में 13 लाख बच्चों ने फोन सुने गए। इसके अलावा खोया-पाया साइट के परिणाम भी सार्थक आ रहे हैं। इससे काफी बच्चों को परिवार से मिलाया जा चुका है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।कारगर साबित हो रही चाइल्ड हेल्पलाइन केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि चाइल्ड हेल्पलाइन योजना भी काफी कारगर साबित हो रही है। इस योजना के तहत बच्चों की समस्याओं को लेकर हेल्पलाइन नंबर 1098 काम कर रहा है। 24 घंटे 309 लोग इस नंबर पर कॉल रिसीव करते हैं। इसका बेहतर परिणाम भी सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मार्च में 11 लाख बच्चों ने इस नंबर पर कॉल की जबकि अप्रैल में 13 लाख बच्चों ने फोन सुने गए। इसके अलावा खोया-पाया साइट के परिणाम भी सार्थक आ रहे हैं। इससे काफी बच्चों को परिवार से मिलाया जा चुका है।