दो वर्ष बाद दौड़ा ब्रॉडगेज का ट्रायल इजन
संवाद सूत्र, ऐलनाबाद : सादुलपुर-हनुमानगढ़ वाया ऐलनाबाद रेल खंड की ब्रॉडगेज रेल लाइन की पटरियों पर शु
संवाद सूत्र, ऐलनाबाद : सादुलपुर-हनुमानगढ़ वाया ऐलनाबाद रेल खंड की ब्रॉडगेज रेल लाइन की पटरियों पर शुक्रवार को रेलवे का ट्रायल इंजन दौड़ा। करीब दो वर्ष बाद सादुलपुर से शुक्रवार सुबह सात बजे यह रो¨लग इंजन (डब्ल्यू डीजे-4-12399) रवाना हुआ जो 30 किलोमीटर प्रति घटा की स्पीड से चलते हुए दोपहर 2 बजे ऐलनाबाद रेलवे स्टेशन पहुचा। जहा उमड़ी भीड़ ने इंजन चालक दल अयूब खा, मुकेश कुमार, विक्रम साखला व रेल ईजन को फूल मालाओं से लादकर उनका स्वागत किया। रेलवे के आईओडब्ल्यु (निर्माण इस्पेक्टर) मनीष गुप्ता ने बताया कि सादुलपुर-हनुमानगढ़ के बीच करीब 175 किलोमीटर लंबे ब्रॉडगेज रेल लाईन पर सादुलपुर के सूरतपुरा जंक्शन से सुबह 7 बजे यह ट्रायल इजन चलाया गया। इस रेल इजन के आगे-आगे रेलवे की विशेष मोटर चलित ट्रॉली में विभाग के चीफ इजिनियर वीडी ¨सह कस्वा, डिप्टी चीफ इजीनियर हरीशचंद्र व एक्सइएन बलजीत ¨सह रेलवे लाइनों का निरीक्षण करते हुए चल रहे थे। विभाग के आईओडब्ल्यू मनीष गुप्ता ने बताया कि पटरियो पर रेल इंजन का यह ट्रॉयल शत-प्रतिशत सफल रहा है। अब इसके बाद जल्द ही इस रेल लाईन पर टीटीएम मशीन (प्लसवट) चलाई जाएगी जो स्लीपर पैंकिग करेगी व वे¨ल्डग का कार्य करेगी। जिससे की इस रेल लाइन पर चलने वाली रेलगाड़ियो की स्पीड बढे़गी। टीटीएम मशीन के बाद इस रेल लाइन पर 12 से 15 डिब्बों वाली पत्थरों से भरी रेलगाड़ी चलाई जाएगी जो हनुमानगढ से सादलपुर तक जहा कमी महसूस होगी वहा पत्थरों की आपूíत करेगी। उन्होंने बताया कि सितंबर 2012 में इस ब्रॉडगेज का अनुमानित खर्चा करीब 400 करोड़ रुपये था लेकिन अब तक 570 करोड़ रुपये लग चुके है तथा निर्माण कार्य पूरा होने तक करीब 600 करोड़ रुपये लागत आने का अनुमान है।
गौरतलब है कि राजस्थान के हनुमानगढ़ जंक्शन से सादुलपुर वाया ऐलनाबाद के बीच मीटरगेज को ब्रॉडगेज में बदलने का कार्य अक्टूबर 2012 में शुरू किया गया था। तब से लेकर अब तक इस मार्ग पर रेलगाड़ियो का आवागमन पूर्णतया बंद रहा है।
बता दें कि हनुमागनढ़-सादुलपुर वाया ऐलनाबाद मीटर गेज रेल खंड के रेलवे स्टेशनों को लगभग 85 वर्ष बाद ब्रॉडगेज में परिवर्तन करने का यह अक्टूबर 2012 में शुरु हुआ था। हनुमानगढ़-सादुलपुर वाया ऐलनाबाद मीटर गेज रेल ट्रैक सन् 1927 में बीकानेर रियासत एवं अंग्रेजों के राज में शुरू हुआ था। तब से इस रेल ट्रैक पर मीटर गेज रेलगाड़िया ही दौड़ रही थी। रेलवे विभाग ने अक्टूबर 2012 में इस मीटर गेज रेल ट्रैक को ब्रॉडगेज में बदलने के लिए अप्रैल 2015 का लक्ष्य रखा था जो कि पूरा होने के कगार पर है।