गर्भावस्था में डायबिटिज की शिकार महिलाएं
खान-पान में गड़बड़ी और व्यायाम न करने की वजह से सलर प्रतिशत महिलाएं गर्भावस्था के दौरान डायबिटिज की शिकार हो जाती है। इस कारण कई बार महिलाओं का वजह बढ़ जाता है। उनकी सामान्य डिलीवरी नहीं हो पाती है। यह कहना है कैलाश अस्पताल की वरिष्ठ महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. पल्लवी वैश का।
By Edited By: Updated: Thu, 19 Dec 2013 02:46 PM (IST)
संवाददाता, नोएडा। खान-पान में गड़बड़ी और व्यायाम न करने की वजह से सलर प्रतिशत महिलाएं गर्भावस्था के दौरान डायबिटिज की शिकार हो जाती है। इस कारण कई बार महिलाओं का वजह बढ़ जाता है। उनकी सामान्य डिलीवरी नहीं हो पाती है। यह कहना है कैलाश अस्पताल की वरिष्ठ महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. पल्लवी वैश का। वह गर्भावस्था और बच्चे के जन्म के बाद बरते जाने वाली सावधानी की जानकारी महिलाओं दे रही थी। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात की।
डॉ.पल्लवी ने बताया कि बच्चे के जन्म के बाद जच्चे-बच्चे का खास ध्यान रखने की जरूरत है। भारत में इस मामले में बेहद लापरवाही है जबकि विदेशों में ऐसा नहीं है। जिस परिवार में सिर्फ पति-पत्नी हैं, वहां यह बेहद महत्वपूर्ण है। दिल्ली-एनसीआर में ज्यादातर एकल परिवार ही मिलेंगे। उन्होंने बताया कि महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान व्यायाम बेहद जरूरी है। इसे अंतिम दिन तक करना चाहिए। बच्चे के जन्म के बाद भी इसे जारी रखना चाहिए। उन्होंने बताया कि बच्चे के जन्म लेने के छह माह बाद तक व्यायाम की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होती है। गर्भावस्था के दौरान गैस होना, सोने में दिक्कत, पीठ में दर्द जैसे कई परेशानियां सामान्य है। इन्हें सिर्फ व्यायाम के जरिए ही रोका जा सकता है। बच्चे के जन्म के बाद बहुत महिलाओं को दूध न आने की शिकायत होती है, इसे नियमित व्यायाम और खान-पान से ही ठीक किया जा सकता है। गर्भावस्था के दौरान यह बरते सावधानी - पौष्टिक आहार ले। एक दिन में 18 सौ से ज्यादा कैलोरी न लें।
- तनाव मुक्त रहें। - खून आए और बच्चा पेट में न घूमे तो डॉक्टर से मिलें।
- बच्चे के जन्म के बाद स्तनपान कराए। प्रारंभ में दूध न आने पर कई महिलाएं स्तनपान कराना बंद कर देती हैं। यह खतरनाक है। ललित
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