बीमारियों से बचने के कुछ आसान तरीके
अगर बीमारियों से बचना है तो न करें ये गलतियां
हमेशा कहा जाता है कि इलाज करवाने से बेहतर है कि हम एहतियात बरतें, ताकि हम बीमारियों से बच सकें। ऐसे में हम कुछ अच्छे कदम जरूर उठा सकते हैं, जिन्हें अपनाने से बीमारी होने का खतरा कम किया जा सकता है। आज हम आपको ऐसी ही कुछ बातों के बारे में बताने जा रहे हैं। जिससे आप अपनी सेहत का ध्यान रख सकते हैं।
व्यायाम कीजिए
चाहे आपकी उम्र जो भी हो, चुस्त-दुरुस्त रहने के लिए आपको रोजाना व्यायाम करना चाहिए। इससे आपको अच्छी नींद आएगी। आपको चलने-फिरने में कोई परेशानी नहीं होगी। आप मोटापे के शिकार नहीं होंगे। जानकारों का कहना है कि बच्चों और नौजवानों को हर रोज कसरत करनी चाहिए।
इस बात का ध्यान रखिए कि पीने का पानी और जिस पानी से आप फल-सब्ज़ियां और बरतन साफ करते हैं और खाना बनाते हैं, वह साफ हो, फिर चाहे वह नगरपालिका की तरफ से साफ किया गया हो या फिर किसी अच्छी कंपनी का बोतल-बंद पानी हो। अगर आपको लगता है कि नगरपालिका की तरफ से आनेवाला पानी दूषित हो गया है, तो उस पानी को इस्तेमाल करने से पहले उसे उबाल लीजिए और उसमें दवाई डालकर उसे साफ कर लीजिए। जब आप पानी साफ करने के लिए क्लोरीन या कोई दूसरी दवाई इस्तेमाल करते हैं, तो उसे सही मात्रा में डालिए।
खान-पान पर ध्यान देकर
अच्छी सेहत के लिए ज़रूरी है कि आप पौष्टिक खाना खाएं। इस बात का ध्यान रखिए कि आपके खाने में नमक, चिकनाई और मीठा सही मात्रा में हो और आप ज़रूरत से ज़्यादा खाना न खाएं। तरह-तरह की फल और सब्ज़ियां खाएं। ब्रेड, अनाज, नूडल्स और चावल जैसी चीज़ें खरीदते वक्त, उनके पैकेट पर दी गयी जानकारी पर ध्यान दें।।
भरपूर नींद लीजिए
सभी लोग अपनी-अपनी ज़रूरत के हिसाब से सोते हैं। नए जन्मे बच्चे हर दिन अकसर 16 से 18 घंटे सोते हैं, 1 से 3 साल के बच्चे 14 घंटे सोते हैं और 3 से 4 साल के बच्चे 11 से 12 घंटे सोते हैं। स्कूल जानेवाले बच्चों को कम-से-कम 10 घंटे सोना चाहिए, किशोर बच्चों को 9 से 10 घंटे सोना चाहिए और बड़ों को 7 से 8 घंटे तक सोना चाहिए। नींद पूरी लेने से बच्चों और नौजवानों का मानसिक और शारीरिक विकास होता है।दिल की बीमारी होने का खतरा कम हो सकता है।हम कई बीमारियों से बचे रह सकते हैं।