स्वाद, स्वास्थ्य और सौंदर्यवद्र्धक भी है भुट्टा
बरसात में गर्मागर्म भुना हुआ भुट्टा खाने का मजा ही कुछ और है, क्या आपको पता है कि सिर्फ स्वाद ही नही सेहत से भरपूर होता है भुट्टा ...
By Babita kashyapEdited By: Updated: Fri, 15 Jul 2016 03:10 PM (IST)
बरसात के भीगे मौसम में सड़क किनारे मिलने वाला गर्मागर्म भुना हुआ भुट्टा खाने का मजा ही कुछ ओर है। बच्चे ही नही बड़ों को भी भुट्टा बहुत पसंद आता है। भुट्टा स्वास्थ्य के लिये भी बहुत फायदेमंद होता है। इसमें फोलिक एसिड, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट जैसे पौष्टिक तत्व पाया जाता है। आयुर्वेद की माने तो भुट्टा तृप्तिदायक, वातकारक, कफ और पित्तनाशक, मधुर और रुचि उत्पादक अनाज है। अगर आप भी सेहतमंद बनना चाहते हैं इसके स्वास्थ्यवद्र्धक फायदों पर जरूर गौर फरमाएं...
- इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जिससे हाजमा ठीक रहता है।-भुट्टïा खाने से हड्डियां मजबूत बनती है। इसके दानों में बहुत सारा मैग्नीशियम, आयरन, कॉपर और फॉस्फोरस पाया जाता है।
- इसको खाने से किडनी स्वस्थ रहती है और सामान्य कार्य करते हैं।
- इससे कब्ज, बवासीर और पेट के कैंसर के होने की संभावना दूर होती है।- ताजे भुट्टे को पानी में उबालकर उस पानी को छानकर मिश्री मिलाकर पीने से पेशाब की जलन, गुर्दों की कमजोरी दूर हो जाती है।-इसके अलावा कमजोर बच्चों के पैरों पर इसकेतेल से मालिश करने से बच्चा जल्दी चलने लगता है। तेल बनाने के लिये ताजे दूधिया भुट्टे के दाने पीसकर शीशी में भरकर खुली हुई शीशी धूप में रखें। दूध सूख कर उड़ जाएगा और तेल शीशी में रह जाएगा। छान कर तेल को शीशी में भर लें और इससे बच्चे की मालिश करें।-इसमें भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट होने के कारण हमारी त्वचा कोमल और लंबे समय तक जवां बनी रहती है। -भुट्टा विटामिन सी, कैरोटिनॉइड और बायोफ्लेविनॉइड का एक बेहतर स्त्रोत है।- ये कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढऩे से रोकता है और शरीर में खून के फ्लो को भी बढ़ाता है। जिससे हमारा हृदय स्वस्थ रहता है।-गर्भवती महिलाओं के लिये भी ये उत्तम आहार है। इसमें फॉलिक एसिड भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो गर्भस्थ शिशु के पोषण के लिये बहुत आवश्यक है।पढ़ें: ज्यादा कॉफी पीना बना सकता है आपको बहरा-स्टडीपढ़ें: क्या आप जानती हैं कि हर तीन माह में बदल देना चाहिये कुकिंग ऑयल?