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सब्जियों में कीटनाशकों का प्रयोग इस तरह करता है आपकी सेहत को प्रभावित

एक शोध के मुताबिक बच्चे ऐसे फल और सब्जी खाकर अधिक बीमार हो रहे हैं। खास कर बच्चों और गर्भवती महिलाओं में इसका अत्यधिक दुष्प्रभाव पड़ता है

By Mohit TanwarEdited By: Updated: Fri, 21 Oct 2016 10:27 AM (IST)
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नई दिल्ली। दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा है कि फल व सब्जियों में कीटनाशकों का प्रयोग दिल्ली समेत सभी राज्यों में हो रहा है। यह दिल्ली नहीं सभी राज्यों की समस्या है। मुख्य न्यायाधीश जी. रोहिणी व न्यायमूर्ति संगीता ढींगरा सहगल की खंडपीठ ने केंद्र सरकार से पूछा है कि क्या इस मुद्दे पर किसी अन्य राज्य के हाई कोर्ट ने कोई आदेश पारित किया है। यदि ऐसा है तो उसे अदालत के समक्ष पेश किया जाए। ताकि वे इस मुद्दे पर व्यापक फैसला दे सकें।

खंडपीठ ने कहा कि जानकारी के अनुसार कई राज्यों में इस प्रकार के मामले सामने आए हैं और उन राज्यों की अदालतों ने कीटनाशकों के ज्यादा प्रयोग को रोकने के लिए दिशा- निर्देश भी जारी किया है।

अदालत ने कहा कि यह मामला जनहित से जुड़ा है। अत्यधिक कीटनाशकों के प्रयोग से आम लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। हम चाहते हैं कि पहले से जारी दिशा-निर्देश का अध्ययन कर नए सिरे से ठोस निर्देश जारी करें। हाई कोर्ट को बताया गया कि हाल ही में इस संबंध में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने निर्णय दिया है। मामले की अगली सुनवाई 11 जनवरी 2017 को होगी।

रासायनिक दवाओं के इस्तेमाल से पड़ता है मिट्टी की गुणवत्ता पर असर

रासायनिक दवाओं का इस्तेमाल मिट्टी की गुणवत्ता पर विपरीत असर डालता है। धीरे -धीरे मिट्टी के पोषक तत्व खत्म होते जाते है मिट्टी बंजर हो जाती है। इससे सब्जी की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है। ये कीटनाशक दवा सब्जी के पौष्टिक तत्वों को खत्म कर देता है साथ ही उल्टे सेहत के लिए हानिकारक भी बन जाता है। गोभी, बैंगन,टमाटर आदि सब्जियों में अलग -अलग तरह के कीट लगते है और उसको मारने के लिए अलग दवा का इस्तेमाल किया जाता है। इस तरह के बोवाई से तैयार होने तक अनेक दवा का इस्तेमाल होता है। अगर यह इस्तेमाल होने के सप्ताह भर के अंदर यह सब्जी आप तक पहुंच गई तो यह जानलेवा भी हो सकती है।

छोटो बच्चे पर पड़ रहा इसका दुष्प्रभाव

एक शोध के मुताबिक बच्चे ऐसे फल और सब्जी खाकर अधिक बीमार हो रहे हैं। खास कर बच्चों और गर्भवती महिलाओं में इसका अत्यधिक दुष्प्रभाव पड़ता है। कैंसर तक होने की आशंका रहती है। खास कर टमाटर, सेव, अंगूर, आदि फल सब्जी इससे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। जिन सब्जियों को बिना उबाले पकाया जाता है या फिर सीधे खाया जाता है वैसी सब्जी सेहत के ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक इस तरह के सब्जी और फल को खाने से बच्चों की याददाश्त प्रभावित होती है। उनमें सीखने की क्षमता कम होती जाती है। गर्भवती महिलाओं को ऐसी सब्जियां और फलों के इस्तेमाल से हानि होती है। केला आदि को पकाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला रसायन शरीर के लिए काफी नुकसानदेह है। स्वस्थ मनुष्य के ह्दय, किडनी,मस्तिष्क स्नायू तंत्र को नुकसान पहुंचता है। सबसे ज्यादा नुकसान त्वचा को होता है।

सब्जी के बाजार में पहुंचने के पहले भी एक बार दवाओं का छिड़काव कर दिया जाता है। जिससे सब्जी ताजा दिखती है। इस तरह के सब्जी का इस्तेमाल स्वास्थ के लिए काफी खतरनाक होता है। कद्दू आदि को बढ़ाने के लिए तना में हार्मोनल दवा का भी इस्तेमाल किया जाता है जिससे जल्दी विकास हो जाता है लेकिन यह सेहत के लिए काफी खतरनाक साबित होता है।

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