मोटापे से गठिया की जांच में परेशानी
शोधकर्ताओं ने बताया कि मोटापे के कारण आर्थराइटिस की स्थिति जानने के लिए होने वाली जांचों सीआरपी और ईएसआर पर प्रभाव पड़ता है।
By Srishti VermaEdited By: Updated: Thu, 13 Apr 2017 11:45 PM (IST)
मोटापा कई बीमारियों की वजह तो है ही, साथ ही कुछ बीमारियों को छिपाने का कारण भी है। ताजा शोध के मुताबिक, महिलाओं में मोटापे के कारण गठिया (रूमेटाइड आर्थराइटिस) की जांच पर प्रभाव पड़ता है। रूमेटाइड आर्थराइटिस (आरए) में जोड़ों में सूजन के साथ भयंकर दर्द होता है। शोधकर्ताओं ने बताया कि मोटापे के कारण आरए की स्थिति जानने के लिए होने वाली जांचों सीआरपी और ईएसआर पर प्रभाव पड़ता है। अमेरिका की पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता माइकल जॉर्ज ने बताया, ‘सीआरपी और ईएसआर के स्तर से आरए का पता
लगाया जाता है। वहीं महिलाओं में मोटापे के कारण भी सीआरपी और ईएसआर का स्तर बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में आरए की वास्तविक स्थिति का पता लगाना मुश्किल हो जाता है।’ शोधकर्ताओं ने बताया कि मोटापे और सीआरपी व ईएसआर के बीच संबंध जानकर चिकित्सकों को आरए के लिए दवाओं के चयन में सहायता मिल सकेगी।
लगाया जाता है। वहीं महिलाओं में मोटापे के कारण भी सीआरपी और ईएसआर का स्तर बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में आरए की वास्तविक स्थिति का पता लगाना मुश्किल हो जाता है।’ शोधकर्ताओं ने बताया कि मोटापे और सीआरपी व ईएसआर के बीच संबंध जानकर चिकित्सकों को आरए के लिए दवाओं के चयन में सहायता मिल सकेगी।
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