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जेईई के बिना नहीं मिलेगा इंजीनियरिंग में दाखिला

By Edited By: Updated: Sat, 17 Nov 2012 01:06 AM (IST)
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हंसराज सैनी, सुंदरनगर

इंजीनियरिंग करने के इच्छुक युवाओं को इस बार प्रदेश के सरकारी व निजी क्षेत्र के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दस जमा दो कक्षा की मेरिट के बजाए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की रैंकिंग के आधार पर दाखिला मिलेगा।

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीइ) के इस फैसले से दस जमा दो कक्षा की मेरिट के आधार पर इंजीनियरिंग के डिग्री कोर्सो में दाखिला लेने का ख्वाब पाले बैठे युवाओं के अरमानों को झटका लगा है। प्रदेश के सरकारी व निजी क्षेत्र के इंजीनियरिंग कॉलेजों में 2013-2014 के शैक्षणिक सत्र से जेईई के बिना इंजीनियरिंग कोर्स में दाखिला नहीं मिलेगा। एआइसीटीइ के इस फैसले पर मानव संसाधन मंत्रालय ने अपनी मुहर लगा दी है। प्रदेश में इस समय सरकारी व निजी क्षेत्र में 19 इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। इनमें विभिन्न कोर्सो की करीब 5500 सीटें हैं। 2012-13 के सत्र तक इंजीनियरिंग में प्रवेश अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (एआईईईई) के आधार पर हुआ करता था लेकिन निजी कॉलेजों में सीटें खाली रहने पर सरकार ने पिछले कुछ वर्षो से दस जमा दो कक्षा की मेरिट के आधार पर दाखिला देने की अनुमति प्रदान कर रखी थी। इससे एआइईईई में अच्छी रैंकिंग प्राप्त कर प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों का मनोबल गिर रहा था। वहीं, तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता पर भी सवालिया निशान लग गया था। इसके मद्देनजर मानव संसाधन मंत्रालय के आग्रह पर एआइसीटीइ ने इस बार इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए जेईई को अनिवार्य कर दिया है। जेईई में अच्छी रैंकिंग हासिल किए बिना अब इंजीनियरिंग में दाखिला संभव नहीं होगा। जेईई की रैंकिंग 40 व 60 की दर से बनेगी। इसमें 40 फीसद अंक दस जमा दो कक्षा में हासिल किए गए प्राप्तांक तथा 60 प्रतिशत जेईई के होंगे। ऑफ लाइन जेईई इस बार सात अप्रैल को होगा। सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक प्रथम व दो बजे से शाम सात बजे तक दूसरा पेपर होगा। ऑनलाइन जेईई आठ व 25 अप्रैल को होगा। एआइसीटीइ द्वारा बीटेक में प्रवेश के लिए 2013-14 के सत्र से बनाए गए नए नियमों की जानकारी विद्यार्थियों तक पहुंचाने के लिए तकनीकी शिक्षा निदेशालय ने आठ अक्टूबर को प्रदेश के सभी सरकारी व निजी क्षेत्र के दस जमा दो स्कूलों के प्रबंधन को पत्र भेजे हैं। वहीं, तकनीकी शिक्षा निदेशक विजय चंदन ने 2013-14 के शैक्षणिक सत्र से बीटेक में बिना जेईई के प्रवेश न मिलने की पुष्टि की है।

क्या है जेईई

इंजीनियरिंग कॉलेजों व एनआइटी में दाखिले के लिए पहले एआइईईई हुआ करता था। आइआइटी के लिए अलग से प्रवेश परीक्षा होती थी। मानव संसाधन मंत्रालय की पहल पर इस बार तकनीकी शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए जेईई (मुख्य) होगा। जेईई में टॉप रैकिंग हासिल करने वाले आइआइटी में आवेदन करने के योग्य होंगे लेकिन प्रवेश से पहले उनका जेईई एडवांस होगा।

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