माधो राय की पालकी न पहुंचने पर खफा हुए पराशर ऋषि
जागरण संवाददाता, मंडी : दो दशक बाद मंडी के अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में भाग लेने पहुंचे मंडी
जागरण संवाददाता, मंडी : दो दशक बाद मंडी के अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में भाग लेने पहुंचे मंडी रियासत के कुल देवता पराशर ऋषि परंपराओं का निर्वहन न होने पर खफा नजर आए। राज देवता माधो राय की पालकी राजा के महल में समय पर न पहुंचने से देव पराशर ऋषि रुष्ट हो गए। करीब आधे घंटे की मान-मनोबल के बाद सर्व देवता कमेटी के का¨रदों की तरफ से माफी मांगने के बाद मामला शांत हुआ। माधो राय से मिलने के बाद देव पराशर ऋषि परंपरा के अनुसार राज परिवार के सदस्यों से मिलने गए, लेकिन साथ में माधो राय की पालकी नहीं आई। इससे देव पराशर ऋषि खफा हो गए। परंपरा यह रही है कि माधो राय से मिलने के बाद माधो राय की पालकी भी देव पराशर ऋषि के साथ राजा के महल को साथ में जाती है। वहां राज देवता व कुल देवता दोनों की पूजा-अर्चना एक साथ होती है। देव पराशर ऋषि के कारदारों ने सर्व देवता समिति को चेताया कि वे प्राचीन परंपराओं का निर्वहन करें। परंपरा तोड़ने पर इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। आयोजकों को जब अपनी गलती का अहसास हुआ तो वे आनन-फानन में माधो राय की पालकी लेकर राजा के महल पहुंचे। उसके बाद दोनों देवताओं की पूजा-अर्चना एक साथ हुई।